जनवरी का लॉन्ग वीकेंड केरल जाने के लिए है बेस्ट, ऐसे करें यहां घूमने की प्लानिंग

जनवरी में दो लॉन्ग वीकेंड्स पड़ रहे हैं। जो घूमने-फिरने वालों के लिए किसी सुनहरे मौक की तरह होते हैं। जिसमें और दो से तीन दिन की छुट्टी लेकर आप लंबा वेकेशन प्लान कर सकते हैं और भारत की कुछ जगहें तो ऐसी हैं जहां घूमने के लिए हफ्ते 10 दिन का समय चाहिए होता है। केरल उन्हीं में से एक है और दूसरी बात कि इस जगह को घूमने का बेस्ट सीजन भी सर्दियां ही होती हैं, तो ज्यादा सोचे नहीं, बल्कि आने वाले वीकेंड में केरल जाने का बना लें प्लान।

लेकिन केरल में ऐसी-ऐसी जगहें हैं जिसे एक बार तो एक्सप्लोर कर पाना संभव नहीं। ऐसे में कौन सी जगह कवर करें और किसे मिस करें…ये प्लानिंग करनी जरूरी है, तो आइए जानते हैं केरल घूमने की कैसे करें प्लानिंग।

कोच्चि से करें शुरुआत
केरल घूमने के लिए आपको सबसे पहले कोच्चि पहुंचना होगा। जहां आप ट्रेन या फ्लाइट किसी से भी आ सकते हैं। थोड़ा रेस्ट करने के बाद आप यहां की फेमस जगहों को एक्सप्लोर करने निकल जाएं। वैसे तो केरल की ज्यादातर जगहों पर आप बीच का दीदार कर सकते हैं, लेकिन कोच्ची के मरीन ड्राइव को देखना मिस न करें। इसके अलावा यहां का सैंट फ्रांसिस चर्च और मट्टनचेरी पैलेस, बोलगटी पैलेस, वीरनपुझा झील भी देखने वाली जगहें हैं।

कोच्चि से निकल जाएं मुन्नार की ओर
मुन्नार केरल की ऐसी हिल स्टेशन है, जहां खूबसूरती और शांति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। तो अगले दिन मुन्नार देखने निकल जाएं। कोच्चि से लगभग 130 किमी का सफर तय करके आप मुन्नार पहुंच सकते हैं। कैब, बस कुछ भी ले सकते हैं। मुन्नार पहुंचने का रास्ता आपको अलग ही दुनिया का एहसास कराता है।

मुन्नार समुद्र तल से 1,532 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मुन्नार की खूबसूरती आपको मोहित करने का कोई मौका नहीं छोड़ेगी। घूमने की शुरुआत आप नीलकुरिंजी से करें, जहां लगभग 40 से ज़्यादा फूलों की प्रजातियां देखी जा सकती हैं।मुन्नार अपने चाय के बाग़ानों के लिए दुनियाभर में मशहूर है, तो इसे देखना तो बनता है। नेचर लवर्स के लिए तो ये जगह जन्नत से कम नहीं। इसके अलावा आप यहां जंगल सफारी का भी मजा ले सकते हैं क्योंकि यहां एराविकुलम नेशनल पार्क मौजूद है। सफारी के दौरान कई सारे जीव-जंतु देखने को मिलेंगे। इसके अलावा यहां का लक्कम झरना, रोज गार्डन और इको प्वाइंट भी शानदार जगहें हैं।

मुन्नार से थेक्कडी
मुन्नार के बाद थेक्कडी कवर करने का बनाएं प्लान। मुन्नार से थेक्कडी की दूरी लगभग 90 किमी. है। यहां से बसें चलती हैं थेक्कडी के लिए। थेक्कड़ी में सबसे पहले पेरियार लेक निपटा लें। जहां आप बोट राइड के मजे ले सकते हैं। यहां की दूसरी सबसे शानदार जगह है पेरियार नेशनल पार्क। पेरियार नदी के तट पर स्थित ये पार्क चीतों का घर है, लेकिन सफारी के दौरान आप और भी कई तरह के जानवर देख सकते हैं।

इसके अलावा यहां मंगला देवी मंदिर, कुमीली और मुरीक्कडी भी जा सकते हैं।

थेक्कडी से अलेप्पी
थेक्कडी में एक दिन का स्टे करने के बाद निकल जाएं अलेप्पी की ओर। कैब, बस हर तरह की सुविधा यहां मौजूद है। अलेप्पी की खूबसूरती ऐसी है मानो लगता है आप किताबों और पोस्टर की किसी सीनरी को साक्षात देख रहे हो। अलेप्पी को आलप्पुझा के नाम से भी जाना जाता है। इस जगह पर हाउस बोट में ठहरने का मौका मिस न करें और साथ ही बैकवाटर की सैर भी।

वेम्बनाड झील को देखे बिना आपकी अलेप्पी की यात्रा अधूरी है।

अलेप्पी से कोवलम
अलेप्पी के बाद कोवलम की बारी आती है। अलेप्पी से कोवलम की दूरी मात्र 160 किमी. है। यहां तक पहुंचने के लिए आप ट्रेन या बस कुछ भी ले सकते हैं। त्रिवेन्द्रम से कोवलम सिर्फ़ 15 किमी. की दूरी पर है। कोवालम के बीच अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं।

कब जाएं
केरल घूमने का बेस्ट सीजन सर्दियां हैं। वैसे आप बारिश के दौरान भी यहां जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। गर्मियों में यहां बिल्कुल प्लान न करें क्योंकि उस वक्त यहां चिपचिपी गर्मी होती है।

Back to top button