आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जो आपको जॉब कंफर्म करने में मदद करेंगे..
Probation Period कहते हैं न कि जहां चार लोग होते हैं तो वहां चार बातें भी होती हैं। ऑफिस भी इससे अछूता नहीं है। यहां भी कलीग्स के बीच में कई बातें होती हैं। लेकिन कैंडिडेट्स इस बात का ध्यान रखें कि वे ऑफिस गॉसिप से दूर रहे। यह केवल प्रोबेशन पीरियड की बात ही नहीं बल्कि कंफर्म होने के बाद भी वर्कप्लेस की पॉलिटिक्स से दूरी बनाकर रखें।
एक अच्छी जॉब मिलना आसान नहीं होता है। कैंडिडेट्स को इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। इसके बाद जाकर कहीं नौकरी मिलती है। हालांकि, उनका यह हार्डवर्क यहीं खत्म नहीं होता है, ब्लकि इसके बाद एक अलग और जर्नी शुरू होती है और वह प्रोबेशन पीरियड। किसी भी कंपनी में ज्वाइन करने के बाद अलग-अलग सीमा का Probation Period होता है। इस दौरान कर्मचारियों को खुद को प्रूफ करना होता है। इस अवधि में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद ही कंपनियां कैंडिडेट्स को कंफर्म करती हैं। ऐसे में अभ्यर्थी इस पीरियड को लेकर थोड़ा असमंजस में रहते हैं कि इस दौरान क्या करें और क्या नहीं। इसी मुश्किल को सुलझाने के लिए हम आपको कुछ टिप्स दिन जा रहे हैं, जो आपको जॉब कंफर्म करने में मदद करेंगे। आइए जानते हैं।
टाइम पर करें काम और रखें रिकॉर्ड
यह बहुत ही अहम समय है। इस दौरान कंपनीज आपके काम और व्यवहार को परखती हैं। वह देखती हैं कि आप अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं या नहीं। इसलिए कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ टाइम पर पूरा करें। इसके अलावा,आप अपना एक रिकॉर्ड भी मेंटेन करके चलें, जिससे अगर बॉस आपसे काम की डिटेल मांगे तो आपको ढूंढने में उसे वक्त न बर्बाद करना पड़े। समय रहते आप उपलब्ध करा सकें।
वर्क कल्चर को समझें
कर्मचारी को काम के साथ-साथ कंपनी के वर्क कल्चर को भी समझना चाहिए। यह देखना चाहिए कि वहां काम करने के तौर-तरीके क्या हैं। इसके हिसाब से खुद को ढालना चाहिए।
ऑफिस गॉसिप से रहें दूर
कहते हैं न कि, जहां चार लोग होते हैं तो वहां चार बातें भी होती हैं। ऑफिस भी इससे अछूता नहीं है। यहां भी कलीग्स के बीच में कई बातें होती हैं। लेकिन कैंडिडेट्स इस बात का ध्यान रखें कि वे ऑफिस गॉसिप से दूर रहे। यह केवल प्रोबेशन पीरियड की बात ही नहीं बल्कि कंफर्म होने के बाद भी वर्कप्लेस की पॉलिटिक्स से दूरी बनाकर रखें।