वायु सेना एकेडमी के संयुक्त स्नातक परेड का राष्ट्रपति मुर्मु ने किया निरीक्षण
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार सुबह हैदराबाद के पास डुंडीगल में वायुसेना एकेडमी (एएफए) में 211वें कोर्स की कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड (सीजीपी) का पूरे सैन्य वैभव के साथ निरीक्षण किया। एएफए के अधिकारियों के मुताबिक, एएफए के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब राष्ट्रपति समीक्षा अधिकारी हैं।
सीजीपी परेड डुंडीगल के एयरफोर्स अकादमी में आयोजित हुई। सीजीपी का आयोजन भारतीय वायु सेना की विभिन्न शाखाओं के फ्लाइट कैडेटों के प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण के सफल समापन के उपलक्ष्य में किया जाता है।
‘आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय एजेंडे को साकार करने’
तेलंगाना के डुंडीगल में संयुक्त स्नातक परेड में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा, “सशस्त्र बलों को रक्षा तैयारियों के एकीकृत परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखना होगा। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि हमारी वायु सेना एक उच्च-तकनीकी युद्ध से लड़ने की चुनौतियों सहित सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, विशेष रूप से भविष्य के लिए तैयार होने के लिए कदम उठा रही है। मैं ‘आत्मनिर्भर भारत’ के राष्ट्रीय एजेंडे को साकार करने के लिए रक्षा मंत्रालय के स्वदेशीकरण के प्रयासों के बारे में जानकर भी खुश हूं।”
आरओ कैडेटों को किया सम्मानित
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि परेड के दौरान, जो प्रशिक्षण के सफल समापन करेगा, उन्हें सम्मानित किया गया। आरओ कैडेटों को सम्मानित करते हुए ‘विंग्स’ और ‘ब्रेवेट्स’ भी लगाए जाते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें किस शाखा में नियुक्त किया जा रहा है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, समारोह में भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और मित्रवत विदेशी देशों के कैडेटों को ‘विंग्स’ और ‘ब्रेवेट्स’ की प्रस्तुति की जाएगी, जिन्हें वायु सेना ने प्रशिक्षित किया है।
राष्ट्रपति की पट्टिका से किया सम्मानित
रिलीज के मुताबिक, ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम आने वाली फ्लाइंग ब्रांच के फ्लाइट कैडेट को परेड की कमान संभालने का विशेषाधिकार दिया गया और उनके प्रदर्शन के लिए ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ और राष्ट्रपति की पट्टिका से सम्मानित किया।
दिखाई जाएंगी आसमानी करतब
रिलीज में बताया गया है कि ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में समग्र ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम आने वाले फ्लाइट कैडेट को भी राष्ट्रपति की पट्टिका भेंट की जाएगी। परेड के बाद पिलाटस पीसी-7 ट्रेनर एयरक्राफ्ट द्वारा एरोबेटिक डिस्प्ले, पीसी-7 के गठन द्वारा फ्लाई-पास्ट, सुखोई-30 द्वारा एरोबेटिक शो और हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम ‘सारंग’ और ‘सूर्य किरण’ का प्रदर्शन किया।