भारत और ऑस्ट्रेलिया ने अपने स्क्वाड में इन चार स्पिनरों को किया शामिल..
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज का नतीजा काफी हद तक स्पिनरों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। दोनों ही टीमों ने भारतीय पिचों को देखते हुए गेंदबाजी आक्रामण को धार देने के लिए चार-चार स्पिनरों को टीम में शामिल किया है।
मेजबान टीम की ओर से अनुभवी रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल हैं, तो ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों की अगुआई नाथन लियोन करेंगे। उनका साथ देने के लिए एश्टन आगर, मिशेल स्वीपसन और युवा टाड मर्फी होंगे। टाड मर्फी ने यूं तो अभी अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला हैं, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में काफी प्रभावी प्रदर्शन किया है।
हालांकि अगर भारतीय स्पिनरों से तुलना करें तो लियोन को छोड़कर कोई भी ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर भारत के खिलाफ अभी तक एक भी मैच नहीं खेला है। भारतीय स्पिनरों में अक्षर को छोड़ दें तो अश्विन, जडेजा और कुलदीप के पास ऑस्ट्रेलियाई टीम के विरुद्ध खेलने का अनुभव है।
पहले टेस्ट में भारतीय टीम तीन स्पिनरों को उतार सकती है। अश्विन और जडेजा का खेलना लगभग तय है, लेकिन तीसरे स्पिनर के लिए कुलदीप और अक्षर के बीच मुकाबला होगा।
अश्विन होंगे अहम कड़ी
अश्विन का कौशल और नियंत्रण उन्हें काफी खतरनाक बनाता है। खासतौर पर अगर पिच पर उछाल और अधिक घुमाव हो तो। गेंदबाजी में अश्विन के पास सबसे अधिक विविधता है। वह कलाई, अंगुलियों और एंगल के साथ तेजी में विविधता के साथ गेंदबाजी करते हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम भी भारतीय पिचों पर अश्विन के खतरे से भलीभांति परिचित है, इसिलए उसने अभ्यास सत्र में महीश पिथिया की मदद ली थी, जो अश्विन की तरह गेंदबाजी करते हैं।
जडेजा पर होंगी नजरें
करीब छह महीने बाद चोट से उबरकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी कर रहे जडेजा की गति और निरंतरता टर्निंग विकेट पर उन्हें काफी प्रभावी बनाती है। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 63 विकेट झटककर वह मौजूदा समय में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं। दायें हाथ के बल्लेबाजों के लिए उनकी गेंद तेजी से अंदर आती है।
वहीं, कुलदीप एक ऐसे स्पिनर हैं जो बल्लेबाजी की मुफीद पिच पर भी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल सकते हैं। बांग्लादेश के विरुद्ध सीरीज में उन्होंने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है।
अक्षर ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध एक भी टेस्ट नहीं खेला है, जिसका भारत को फायदा हो सकता है। अक्षर का कोण ही है जो जिसमें उनके पकड़ पाना मुश्किल है। अक्षर हमेशा स्टंप्स में गेंद करते हैं। लिहाजा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को उनका सामना करने में परेशानी होगी।
लियोन ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी उम्मीद
अगर बात करें ऑस्ट्रेलियाई स्पिन विभाग की तो उनके पास नाथन लियोन एकमात्र सफल गेंदबाज है। भारत में उनका औसत 30 से अधिक है और उनके पास ही भारत में खेलने का अनुभव भी है। उन्हें एश्टन आगर का साथ मिलेगा, जिन्होंने बॉक्सिंग डे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध शानदार प्रदर्शन किया था।