IPL 10: संजू सैमसन को क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने छोड़ दी थी पुलिस की नौकरी
दिल्ली डेयरडेविल्स के धुआंधार बल्लेबाज संजू सैमसन अपने बल्ले की ताकत के दम पर आईपीएल 10 के पहले शतकवीर बन गए हैं। पुणे सुपरजायंट के खिलाफ संजू सैमसन ने 63 गेंदों पर 8 चौके और 5 छक्को की मदद से नाबाद 102 रन बनाए।
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संजू के क्रिकेटर बनने की कहानी बहुत रोचक है। पिता विश्वनाथ सैमसन ने पुलिस कॉन्सटेबल की नौकरी छोड़ दी थी ताकि बेटे पर मेहनत कर सकें और उसे क्रिकेटर बना सकें।
बहरहाल, संजू, मनीष पांडे के बाद सबसे कम उम्र में आईपीएल में शतक जमाने वाले बल्लेबाज बन गए है। संजू को दिल्ली ने 2016 में 4.2 करोड़ रु. में खरीदा था।
11 नवंबर 1994 में जन्में संजू सैमसन केरल से आते हैं। वो पहले आईपीएल की विजेता टीम राजस्थान रॉयल्स के भी सदस्य रहे हैं। संजू टीम इंडिया के लिए जिम्बॉब्वे के खिलाफ एक टी-20 मैच भी खेल चुके हैं। उस मैच में संजू ने 19 रनों का योगदान दिया था।
…तब पिता को मिली थी चेतावनी
संजू के क्रिकेटर में पिता के कथित दखल से विरोध भी खड़ा हुआ। एक बार केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) के अध्यक्ष के साथ संजू के पिता का विवाद हो गया था। इसके बाद केसीए की अनुशासनात्मक समिति ने युवा क्रिकेटर को मर्यादा में बने रहने की चेतावनी दी थी। संजू को माफी मांगना पड़ी थी। साथ ही पिता को भी चेताया गया था कि वह अपने बेटे के साथ मैदान पर नहीं आएंगे और न ही उसके क्रिकेट में दखल देंगे।