मोर-मोरनी के बारे में यह तथ्य आपको कर देंगे हैरान
अपने खूबसूरत पंखो के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध मोर पक्षी के बारे में आप कितना जानते है ? सिर्फ इतना जानते होगे कि मोर बारिश में पंख फैलाकर नाचता है, भारत का राष्ट्रीय पक्षी है आदि आदि। लेकिन क्या आपको ये पता है कि सिर्फ नर मोर को ही peacock कहते है या फिर मोर की पूंछ में कितने चंदे होते है या फिर मोर क्या खाता है ? आदि। नही ना.. तो आइए जान लेते है..
1. केवल पुरुष मोर को ही ‘peacock’ कहा जाता हैं। मादा मोर को ‘peahens’ और बच्चों को ‘peachicks’ और इन सभी के लिए सामूहिक शब्द ‘peafowl’ इस्तेमाल किया जाता है।
2. मोर बिना खूबसूरत चंदो के जन्म लेता है। चंदे 3 साल बाद आने शुरू होते है और ये केवल पुरूष मोर को ही आते है जबकि मादा मोर बिना चंदो की होती है। (चंदे means पंख). एक मोर की पूंछ में 150 चंदे तक हो सकते है।
3. मोर का रंग नीला, हरा, सफेद, जामनी और धुमैला (grey) भी हो सकता है।
4. मोर के सुंदर और रंगीन चंदो की लंबाई छः फीट तक हो सकती हैं, जो उसके शरीर की लंबाई का लगभग 60% भी है।
5. नीला मोर, भारत का राष्ट्रीय पक्षी है और धुमैला मोर, म्यांमार का राष्ट्रीय पक्षी है।
6. मोर की आवाज : मोर 11 अलग-अलग तरह की आवाज निकाल सकता हैं।
7. मोर 16 किलोमीटर प्रति घंटा की तेज रफ़्तार से दौड़ सकते हैं और इतनी ही रफ्तार से उड़ भी सकते हैं। यह धरती पर सबसे बड़े उड़ने वाले पक्षियों में से एक है।
8. मोर पानी में तुरंत डूब जाएगा क्योंकि यह तैर नहीं सकता ऐसा इसलिए क्योंकि इनके पास झल्लीदार पैर नहीं होते।
9. मोर को भारतीय वन्य जीव अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित किया गया है आप इसका शिकार नही कर सकते।
10. जंगल में मोर का औसतन जीवनकाल 20 साल का होता है।
11. मोर क्या खाता है : मोर सर्वाहरी (पौधे और जीव-जंतु दोनों खाने वाले) होते है यह घास, पत्ते, चने, गेंहू, कीड़े-मकौड़े, चूहे, छिपकली, दीमक और सांप तक को भी खा जाता है। इसलिए इन्हें किसानो का अच्छा मित्र भी कहा जाता है।
12. मोर के पंखों या चंदो के लिए उन्हें मारने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह हर साल अगस्त के महीने मे अपने पुराने पँखो को छोड़ देता है। आप जंगलों आदि से इन्हें इकट्ठा कर सकते है।
13. मोर के पंख ऐसे-ऐसे छोटे-छोटे क्रिस्टल जैसी संरचनाओं से ढके होते हैं कि आप जितनी बार अलग एंगल से इन्हें देखेंगे आपको हर बार नया रंग दिखाई देगा। हमिंगबर्ड और शिम्मेरिंग तितलियों के पंख पर भी ऐसा ही cyrstal होता हैं।
14. मादा मोर आमतौर पर जनवरी और मार्च के बीच अंडे देती है। यह एक बार में तीन से छह अंडे दे सकती है। फिर यह अपने अंडे पर बैठती है और लगभग 28 दिनों के बाद एक मोर का बच्चा अंडे से बाहर आता हैं जिसका जन्म के समय वजन 103 ग्राम होता है। मोर का बच्चा अपने जन्म के एक दिन बाद ही चलने, पीने और खाने लायक हो जाता हैं।
15. मोरो का जिक्र बाइबल में भी है ऐसा लिखा गया है कि राजा सुलेमान के जहाजों द्वारा एशिया से बाहर ले जाने वाली सबसे मूल्यवान वस्तुओं में से एक मोर थे।
16. प्राचीन यूनानियों का मानना था कि मोरनी का शरीर उसकी मौत के बाद भी नही सड़ता इसलिए इसे अमरता का प्रतीक माना गया।
17. सिकंदर मोर का बहुत शौकीन था और ऐसा कहा जाता है कि सिकंदर ही मोरो को लेकर यूनान गया जिसके बाद मोर पूरी दुनिया में पहुंचे।
18. हिन्दू धर्म में मोर को उच्च कोटि का दर्जा प्राप्त है। इसीलिए श्रीकृष्ण के मुकुट में मोर का पंख लगा था और इसीलिए मोर कार्तिक भगवान का वाहन भी था। कार्तिक भगवान शिव जी के बेटे थे।
हॉन्टेड विलेज “कुलधरा” – एक श्राप के कारण 170 सालों से हैं वीरान
19. भारत के इतिहास के सबसे विशाल साम्राज्य मौर्य साम्राज्य का राष्ट्रीय चिन्ह भी मोर ही था। चंद्रगुप्त मौर्य के राज्य में जो सिक्के चलते थे उनकी एक तरफ मोर छपा होता था।
20. मुगल बादशाह शाहजहां जिस तख्त पर बैठता था उसकी रचना ऐसी थी कि दो मोरों के बीच बादशाह की गद्दी और पीछे पंख फैलाये मोर। इस गद्दी को ‘तख़्त-ए-ताऊस’ कहा जाता था। आपको बता दें कि ताऊस अरबी भाषा का शब्द है जो मोर के लिए उपयोग होता है।
21. प्राचीन काल में मोर के पंख को स्याही में डुबोकर लिखने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था। आपने रामायण, महाभारत आदि में लिखते समय बड़े-बड़े ऋषियों के हाथ में इसे देखा भी होगा।
मोरनी गर्भवती कैसे होती है ?
पुराने मिथ में ये माना जाता था कि मोरनी मोर के आँसू पी कर प्रेगनेंट होती हैं। हालांकि इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नही हैं। मोर सेक्स करते हैं। एक नर मोर अपने पँखो को फैलाकर एक मादा मोर को अपने तरफ आकर्षित करता हैं और जैसे ही एक मादा मोर आकर्षित हो जाती हैं तो नर मोर उसकी पीठ पर चढ़ के सेक्स करता हैं।
मोर पंख कब फैलाता है ?
मोर अपने पँख अधिकत्तर बारिश के मौसम में फैलाते हैं और इसी मौसम में मोर नाचता भी हैं। ऐसा एक नर मोर एक मादा मोर को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए करता हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक जिस नर मोर के पास ज्यादा खूबसूरत पँख होता हैं, मादा मोर भी उसकी तरफ आकर्षित होती हैं और आकर्षण के बाद नर मोर मादा मोर के साथ सेक्स करता हैं। वैज्ञानिकों के एक शोध से पता चला हैं कि नर मोर बारिश के मौसम में इसिलए नही नाचते की उन्हें बारिश पसन्द हैं बल्कि इसलिए नाचते हैं क्योंकि जब वो पँख फैलाकर नाचते हैं उस वक़्त वो ज्यादा तेज भाग नही सकते। और इसलिए वो किसी भी हमले का शिकार हो सकते हैं, लेकिन बारिश के समय सभी जानवर अपने जगह पर ही छुपे रहते हैं और इसिलए मोरो के लिए सबसे उचित समय बारिश का ही होता हैं।