तो इसलिए शारीरिक संबंध के बाद स्नान करना बेहद जरूरी, जान ले इसके पीछे का ये बड़ा कारण

हिन्दू संभ्यता के अनुसार, वैसे तो बहुत सी बातों को अनिवार्य माना गया है और उसमें से सबसे महत्वपूर्ण है मन के साथ- साथ तन की स्वच्छता रखना। शास्त्रों की माने तो व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान कर खुद को और घर को पवित्र कर लेना चाहिए। अगर इन सब बातों से हटकर बात करें तो महारथी आचार्य चाणक्य ने भी इस विषय मे अपने कुछ ज्ञान प्रकट किए हैं। उनमें से एक ये है कि व्यक्ति को संबंध बनाने के बाद स्नान करना अनिवार्य होता है।

आचार्य चाणक्य के अनुसार शारीरिक संबंध बनाने के बाद स्त्री व पुरुष दोनों को अवश्य नहाना चाहिए। क्योंकि, इस कार्य के बाद दोनों ही शरीर अपवित्र हो जाते है और जब तक वे खुद को शुद्ध नहीं कर लेते किसी भी काम को करने के लिए वे समर्थ नहीं माने जाते।

जानें हिन्दू धर्म में चरण स्पर्श के पीछे का ये बड़ा रहस्य, कैसे हुई थी शरुआत

शारीरिक संबंध के बाद स्नान कर के ही वे किसी भी कार्य करने के लिए शामिल हो। आपको बता दें कि चाणक्य के अनुसार धर्म क्रिया के बाद व्यक्ति को सबसे पहले नहाना चाहिए। उनका कहना था कि व्यक्ति को स्नान के बाद घर की साफ- सफाई भी नहीं करनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button