ईरान ने ले लिया बदला, अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों किया तबाह, ट्रम्प बोले- कल दूंंगा…
ईरान ने इराक में अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। एयरबेस पर अमेरिका के साथ गठबंधन सेनाएं तैनात हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने करीब साढ़े पांच बजे इराक में अमेरिकी और गठबंधन सेना के ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया। हमले में अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन सेनाओं को अभी तक किसी भी नुकसान की खबर नहीं है।
ट्रंप ने जताया दुख, बोले- कल दूंंगा बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी बलों के ठिकाने पर हुए ताजा हमले पर दुख जताया है। ह्वाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। ट्रंप को ईरान के हमले के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि सब ठीक है… ईरान ने इराक में दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए हैं। हमले में हताहतों की संख्या का आकलन किया जा रहा है। हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है। मैं कल सुबह बयान दूंगा।
#WATCH: Iran launched over a dozen ballistic missiles at 5:30 p.m. (EST) on January 7 and targeted at least two Iraqi military bases hosting US military and coalition personnel at Al-Assad and Irbil, in Iraq. pic.twitter.com/xQkf9lG6AP
— ANI (@ANI) January 8, 2020
ईरान बोला- यह तो बदले का पहला कदम है
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के तुरंत बाद अमेरिका के मिलिट्री जेट्स हरकत में आ गए और आसमान में उनकी हलचल देखी गई। पेंटागन ने बुधवार को हुए ताजा ईरानी हमले के बाद कहा कि वह हमले में हुए नुकसान का आकलन कर रहा है। वहीं ईरानी रिवॉलूशनरी गार्ड कमाडंर ने कहा है कि इराक में अमेरिका के एयरबेस पर ईरानी मिसाइलों का हमला पहला कदम है। वहींं अमेरिकी रक्षा मंत्री के सहायक जोनाथन हॉफमैन ने कहा है कि पेंटागन ताजा हमले से हुए नुकसान का आकलन कर रहा है।
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अमेरिकी बलों को वापस जाने को कहा
इस बीच इराक में लड़ रहे ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी बलों को क्षेत्र से वापस जाने के लिए कहा है। ईरानी सैन्य बल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हम अमेरिका के सभी साथियों को चेतावनी देते हैं कि वे एक आतंकी सेना को अपने बेस इस्तेमाल न करने दें। खासकर इराक के संदर्भ में कहा गया है कि यदि क्षेत्र का कोई मुल्क अपनी धरती को ईरान के खिलाफ हमले में इस्तेमाल होने देता है तो उसको भी निशाना बनाया जाएगा।
अमेरिका ने ईरान-इराक के से नागरिक उड़ाने बंद की
US aircraft restricted from flying over Iraq and Iran अमेरिका और ईरान के बीच उपजे तनाव की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिका की फेडरल एविएशन कमीशन ने ईरान, इराक और ओमान की खाड़ी की तरफ जाने वाले यात्री विमानों के लिए नोटाम (नोटिस टू एयरमैन) जारी किए हैं। इसका मतलब यह है कि अमेरिका के यात्री विमान अब इन इलाकों के ऊपर से उड़ान नहीं भरेंगे।
ईरान बोला- हम युद्ध नहीं चाहते
इस बीच ईरानी विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा है कि हम युद्ध या टकराव नहीं चाहते हैं लेकिन हम किसी भी हमले का बचाव जरूर करेंगे। हम आत्मरक्षा के अंतरराष्ट्रीय कानूनों पर अमल करेंगे। वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्री के सहायक जोनाथन हॉफमैन ने कहा है कि पेंटागन ताजा हमले से हुए नुकसान का आकलन कर रहा है।
ट्रंप ने दी थी चेतावनी
पिछले हफ्ते बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक में ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी General Qasem Soleimani को मार गिराया था। इसके बाद ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी थी। ईरान की धमकी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने बयान जारी कर उसे ऐसा नहीं करने की हिदायत दी थी। साथ ही कहा था कि ईरान के 52 सांस्कृतिक धरोहरें उसके निशाने पर हैं।