स्नातक व परास्नातक के साथ विभिन्न कोर्सों की परीक्षा, खेल, उपाधि आदि शुल्कों में कर दी वृद्धि

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या ने स्नातक व परास्नातक के साथ विभिन्न कोर्सों की परीक्षा, खेल, उपाधि आदि शुल्कों में वृद्धि कर दी है। स्नातक में परीक्षा शुल्क 480 से बढ़ाकर 800 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह अन्य शुल्क की दरों में इजाफा किया गया है। इससे जिले के 60 से अधिक डिग्री कॉलेजों में नामांकन कराने वाले 50 हजार छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। सहायता प्राप्त व मान्यता प्राप्त महाविद्यालय संस्था संचालन के लिए भी शुल्क वसूलेंगे। इसको लेकर छात्रों में रोष है। फिलहाल, नई दर को जुलाई से लागू कर दिया जाएगा।
इस वर्ष की बात करें तो माध्यमिक शिक्षा शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में इंटरमीडिएट में 34765 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। 31040 ने परीक्षा दी, जिसमें 11699 छात्र व 11377 छात्राएं थीं। 23076 परीक्षार्थी सफल हुए थे। अब इनको आगे पढ़ाई जारी रखने के लिए महाविद्यालयों में एडमिशन लेना है लेकिन, इनके लिए अब डिग्री लेना आसान नहीं है। अवध विश्वविद्यालय ने बीए, बीएससी, बीकॉम व वीआइपी की फीस बढ़ाई है। इसके अलावा एमए, एमएससी, एमकॉम, अंकपत्र, उपाधि, नामांकन शुल्क, एलएलबी सहित अन्य कोर्सों की फीस बढ़ाई है। इसका असर पूर्व के साथ ही नए नामांकन कराने वाले छात्रों पर पड़ेगा। इसमें हर प्रकार के विद्यार्थी हैं। बड़े घरों के बच्चे हैं तो गरीब परिवार के भी छात्र हैं, जो परेशान होंगे।
निर्णय वापस ले विश्वविद्यालय
– एलबीएस पीजी कॉलेज के छात्र नेता शिवम पांडेय का कहना है कि छात्रहित ध्यान में नहीं रखा गया है। इसका विरोध किया जाएगा। फीस बढ़ाने का निर्णय वापस लेने की मांग की गई है। अंकित सिंह का कहना है कि इस तरह एकाएक फीस बढ़ाना गलत है। इससे अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। सुमित श्रीवास्तव का कहना है कि यह गलत निर्णय है। गोलू सिंह का कहते हैं कि परेशानी बढ़ेगी।
– विश्वविद्यालय ने फीस बढ़ाई है। महाविद्यालय उसका अनुपालन सुनिश्चित कराएगा। जुलाई से नई व्यवस्था के अनुरूप फीस वसूली जाएगी।
– डॉ. शैलेंद्र नाथ मिश्र, मीडिया प्रभारी एलबीएस पीजी कॉलेज





