गो आश्रय केंद्र के निर्माण के दौरान ग्राम विकास अधिकारी से की गई मारपीट का मामला तूल पकड़ गया…

गो आश्रय केंद्र के निर्माण के दौरान ग्राम विकास अधिकारी से की गई मारपीट का मामला तूल पकड़ गया। मामले में कार्रवाई न होने से आक्रोशित ब्लॉक कर्मियों ने कार्यालयों में ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ब्लॉक कर्मचारियों के उग्र विरोध के बाद पुलिस को अंतत: मुकदमा दर्ज करना पड़ा। इसके बाद कर्मचारियों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया।
मामला इटियाथोक ब्लॉक का है। गत रविवार को ग्राम पंचायत संझवल के तिवारी पुरवा में गो आश्रय केंद्र की चारदीवारी का निर्माण गांव के दबंगों ने रोक दिया था। साथ ही ग्राम विकास अधिकारी से मारपीट करते हुए अभिलेखों को फाड़ दिया। घटना की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग को लेकर मुख्य विकास अधिकारी व जिला विकास अधिकारी से भी कर्मचारियों ने मुख्यालय जाकर अवगत कराया। इसके बाद भी रिपोर्ट दर्ज न होने पर सभी कर्मचारी आंदोलन पर उतर आए। मंगलवार को ब्लॉक कार्यालय पर तालाबंदी कर नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन में सहायक लेखाकार अखिलेश श्रीवास्तव, प्रेमशंकर, वरिष्ठ लिपिक प्रयागदत्त, संजय पाल, मीनाक्षी श्रीवास्तव, स्वर्णिमा द्विवेदी, पंकज मौर्य, महेश सैनी, संतोष कुमार, सुरेश मिश्रा, दिनेश शुक्ल, राजीव सिन्हा, अनिल कुमार वर्मा शामिल रहे।
टरका रहे कोतवाल
रिपोर्ट दर्ज किए जाने को लेकर प्रभारी निरीक्षक विद्यासागर वर्मा ने कहाकि बाद में बताएंगे। इसके बाद सीओ सिटी महावीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं बाहर हूं। अभी हमें कोई जानकारी नहीं है। हालांकि मामले में शाम को सत्यनरायन तिवारी, अमित तिवारी, रमेश तिवारी व अजय तिवारी को आरोपित किया गया है। इटियाथोक निरीक्षक ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि की है।
इनसेट
दिया आश्वासन
कर्मचारियों के चल रहे आंदोलन के दौरान वार्ता करने के लिए भाजपा नेता मनोज कुमार तिवारी विकास खंड कार्यालय पर पहुंचे। कर्मचारियों से बातचीत की लेकिन, कोई नतीजा नहीं निकला। सभी कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। इस पर उन्होंने विधायक से फोन पर बात कर मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया।





