कर्नाटक में बीजेपी के पक्ष में लहर: अमित शाह

कर्नाटक चुनाव में खंडित जनादेश की आशंका से पूरी तरह से इनकार करते हुए अमित शाह ने दावे से कहा कि कर्नाटक में बीजेपी स्पष्ट बहुमत के साथ अगली सरकार बनाएगी. इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी के पक्ष में लहर है.

क्या BJP की बी टीम है JD(S)

कांग्रेस जेडीएस को बीजेपी की बी टीम बता रही है. पीएम ने खुद देवगौड़ा की तारीफ की है. इस सवाल पर अमित शाह ने कहा, ‘पीएम ने यह कहा है कि देवगौड़ा जी एक वरिष्ठ नेता हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं. राहुल गांधी ने छोटे होने के बावजूद देवगौड़ा के प्रति असम्मान दिखाया है जिससे आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि भविष्य में वह किस तरह का अहंकार दिखा सकते हैं. सार्वजनिक जीवन में किसी की तारीफ करने का मतलब यह नहीं है कि उसके साथ चुनावी गठबंधन है.’

ऐसी चर्चा है कि त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में बीजेपी राज्य में जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बना सकती है, इस पर अमित शाह ने कहा, ‘राज्य में खंडित जनादेश के कोई आसार नहीं हैं. बीजेपी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. हम 50 फीसदी सीटों का आंकड़ा पार कर लेंगे. हमारी कोशि‍श रहेगी कि येदियुरप्पा जी पांच साल तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहें.’

BJP  के पक्ष में लहर

बीजेपी के पक्ष में अच्छी बात यह है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्य को करीब 3 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट और फंड दिए हैं. इनमें 27000 करोड़ लागत की बेंगलुरु मेट्रो और सड़कें, 49000 करोड़ रुपये का मुद्रा लोन, नौ लाख महिलाओं को गैस कनेक्शन शामिल हैं. इनकी वजह से मुझे लगता है कि बीजेपी के पक्ष में अच्छी लहर है.

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ये‍दियुरप्पा क्यों रहे पीएम के मंच से दूर

कर्नाटक में सीएम फेस येदियुरप्पा काे पीएम के मंच से दूर रखने के सवाल पर अमित शाह ने कहा, ‘मोदीजी और येदियुरप्पा स्वतंत्र तरीके से रैलियां कर रहे हैं. दोनों की जनसभाओं में अच्छी भीड़ होती है. एक साथ रैली में आने का सवाल बेमानी है क्योंकि मसला ज्यादा से ज्यादा रैलियां कर पाने का है. इसलिए सभी लोग अपने कार्यक्रम से के मुताबिक चल रहे हैं.

येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को टिकट न मिलने पर अमित शाह ने कहा, ‘हमारे यहां यह परंपरा नहीं है. येदियुरप्पा सीएम कैंडिडेट हैं, इसलिए हमने उनके बेटे को टिकट नहीं दिया.’

सिद्धारमैया और कर्नाटक की जनता के बीच चुनाव

उन्होंने कहा कि कर्नाटक का चुनाव सिद्धारमैया बनाम मोदी नहीं बल्कि सिद्धारमैया और कर्नाटक की जनता के बीच का है. अमित शाह ने कहा, ‘पिछले पांच साल में कर्नाटक सरकार में किसान विरोधी रवैया निचले स्तर तक जड़ जमा चुका है. कानून-व्यवस्था से लोग परेशान हैं. बेंगलुरु को तो सिद्धारमैया ने एक तरह से हैरिस, जॉर्ज और रोशन बेग (कांग्रेस उम्मीदवार) को ही सौंप दिया है. उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही, क्योंकि इससे उनके वोट बैंक पर असर पड़ता है. कर्नाटक की जनता को सबसे भ्रष्ट सरकार को सहन करना पड़ रहा है.’

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