शंकर भगवान के साथ जरूर करे इस देवता की पूजा, मिलेगा दुगुना लाभ
दोस्तों हमारे हिन्दू धर्म में भगवान का विशेष महत्व होता हैं. यही वजह हैं कि हिन्दुओं में 33 करोड़ देवी देवता होते हैं. लोग इन सभी देवी देवताओं की पूजा रअर्चना समय समय पर करते रहते हैं. लेकिन इन सभी में कुछ भगवान ऐसे भी होते हैं जो लोगो के फेवरेट होते हैं और लोग उनकी पूजा अर्चना करना बहुत पसंद करते हैं. ऐसे ही एक भगवान हैं शिवजी यानी की भोलेनाथ.
शिवजी की पॉपुलैरिटी का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इनके मंदिर आपको भारत के हर गाँव, शहर और गली मोहल्ले में मिल जाएंगे. इतना ही नहीं भारत के हर हिन्दू के घर में आपको शिवजी की प्रतिमा और शिवलिंग अवश्य मिलेगी. ऐसा कहा जाता हैं कि शिवजी की शक्तियां बाकी देवी देवताओं से कही गुना ज्यादा होती हैं. इसलिए जब हम इनकी पूजा अर्चना करते हैं तो ये हमारी मनोकामना को जरूर पूर्ण करते हैं.
शिवजी की पूजा करने के लिए सोमवार का दिन ख़ास माना जाता हैं. इस दिन जो व्यक्ति शिवजी को प्रसन्न करने का प्रयास करता हैं शिवजी उसे मीठा फल अवश्य देते हैं. यही कारण हैं कि सोमवार के दिन शिवजी के मंदिर में भीड़ का ताता लगा रहता हैं. वैसे तो शिवजी आपकी मनोकामना को जल्द से जल्द पूर्ण करने का प्रयास करते हैं लेकिन यदि आप उनके आशीर्वाद को दुगुना करना चाहते हैं तो आपको शिवजी के साथ एक और अन्य देवता की पूजा अवश्य करनी चाहिए.
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दरअसल शिवजी के पहले उनके पुत्र गणेश की पूजा करना शुभ माना जाता हैं. शिवजी और गणेश जी का रिश्ता बहुत ही प्यारा हैं. हर बाप की तरह वो भी अपने पुत्र से प्रेम करते हैं. इसलिए जब आप शिवजी के साथ उनके पुत्र को भी याद करते हैं तो वे जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और आपकी मनोकामना को जल्दी पूर्ण भी कर देते हैं. भोलेनाथ के पहले गणेश पूजन करने का एक कारण ये भी हैं कि गणेश जी को एक वरदान प्राप्त हैं जिसके अंतर्गत हर शुभ कार्य को करने से पहले या किसी भी देवी देवता की आरती करने से पहले गणेश जी की आरती करना शुभ माना जाएगा. इस वरदान की वजह से कई लोग घर और मंदिर में अन्य देवी देवताओं को पूजने से पहले गणेश जी को भी पूजते हैं.
यदि आप सही मायने में दोनों देवताओं को प्रसन्न करना चाहते हैं तो ये टिप्स आजमाए.
सबसे पहले गणेश जी को फूल चढ़ाए और कुमकुम चन्दन और चावल का टिका लगाए. फिर यही प्रक्रियां शिवजी के लिए दोहराए.
– अब दो दीपक एक साथ प्रज्वलित करे. एक दीपक को शिवजी के सामने रख दे और दुसरे दीपक से गणेश जी की आरती करना शुरू कर दे. जब गणेश जी की आरती समाप्त हो जाए तो दीपक को उनके सामने रख दे और शिवजी के सामने रखे दीपक को उठा कर शिवजी की आरती शुरू कर दे.
– आरती के बाद पहले गणेश जी के चरण छुए और फिर शिवजी के चरण स्पर्श करे. अब हाथ जोड़ और ढोक देकर दोनों भगवान का शुक्रिया अदा करे और अपने दिल की मनोकामना उनसे कह दे.
– इस दिन आप शिवजी के साथ गणेश जी के नाम का भी व्रत रखे.