1 साल में दूसरी बार एक्सप्रेस वे पर फीर उतरेंगे 15 IAF के फाइटर जेट्स, ये है खासियत
लखनऊ. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर 24 अक्टूबर को एयरफोर्स के फाइटर जेट्स उड़ान भरेंगे। एक्सप्रेस वे पर लखनऊ से 35 किमी. दूर उन्नाव के बांगरमउ में एयरफोर्स के 14 फाइटर प्लेन प्रर्दशन करेंगे, जिनमें एक हरक्यूलिस सुपर ट्रांसपोर्ट प्लेर भी होगा।
ये है उन फाइटर जेट प्लेन की खासियत जो भरेंगे उड़ान
15 IAF के फाइटर जेट्स भरेंगे उड़ान
– एक्सप्रेस-वे पर बनें रनवे पर 3 जगुआर प्लेन, 6 मिराज, 6 सुखोईऔर 1 सी 130 छूकर निकलेंगे।
– इंडियन नेवी से रिटार्यड जीडीओ ‘टेक्निकल‘ जगमोहन मौर्य ने बताया, “जगुआर प्लेन काफी पुराने समय से इंडियन एयरफोर्स अपनीं सेवाएं दे रहा है। इसमें 1 पायलट बैठता है, सुपर सोनिक स्पीड से चलता है, रशियन मेड है।
– साउंड की स्पीड से भी तेज उड़ान होती है। इसके निकलने के बाद इसकी आवाज लोगों तक पहुंचती हैं। 360 मीटर प्रतिसेकेंड साउंड स्पीड होती है, इससे भी तेज होता है जगुआर।”
– “वहीं,मिराज फाइटर प्लेन की अपग्रेड माॅडल है। ये डबल सुपर सोनिक स्पीड से चलता है। अंदाजा लगाईए कि इसकी मिसाइल गिरकर जबतक ब्लास्ट होती है, उससे पहले ये अलगे टारगेट तक पहुंच चुका होता है।”
– “सुखोई 30 भी लटेस्ट है, ये भी मेड इन रशिया है। लखनऊ के एचएएल में कुछ पार्ट बनते हैं। अभी ये भी डबल सुपरसोनिक है, लेकिन इसके त्रिपल सुपर सोनिक और ज्यादा मिसाइल ले जानें पर काम हो रहा है।”
– इंडियन नेवी से रिटार्यड जीडीओ ‘टेक्निकल‘ जगमोहन मौर्य ने बताया, “जगुआर प्लेन काफी पुराने समय से इंडियन एयरफोर्स अपनीं सेवाएं दे रहा है। इसमें 1 पायलट बैठता है, सुपर सोनिक स्पीड से चलता है, रशियन मेड है।
– साउंड की स्पीड से भी तेज उड़ान होती है। इसके निकलने के बाद इसकी आवाज लोगों तक पहुंचती हैं। 360 मीटर प्रतिसेकेंड साउंड स्पीड होती है, इससे भी तेज होता है जगुआर।”
– “वहीं,मिराज फाइटर प्लेन की अपग्रेड माॅडल है। ये डबल सुपर सोनिक स्पीड से चलता है। अंदाजा लगाईए कि इसकी मिसाइल गिरकर जबतक ब्लास्ट होती है, उससे पहले ये अलगे टारगेट तक पहुंच चुका होता है।”
– “सुखोई 30 भी लटेस्ट है, ये भी मेड इन रशिया है। लखनऊ के एचएएल में कुछ पार्ट बनते हैं। अभी ये भी डबल सुपरसोनिक है, लेकिन इसके त्रिपल सुपर सोनिक और ज्यादा मिसाइल ले जानें पर काम हो रहा है।”
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सी 130 गरुण साॅल्ट लैंडिंग एक्सप्रेस वे पर
– सी 130 ट्रांसपोर्ट एअरक्राफ्ट में सेना के लिए खाने पीने का सामान, गाड़ियां, गोला बारूद, टैंक व सैनिकों को पहुंचाया जाता है।
– इसमें एक बार में सैकड़ों टैंक को रखकर दूसरे एरिआ में पहुंचाया जा सकता है। ये साइज में बहुत बड़ा होता है। इसके लैंड करने के लिए भी बड़ी जगह चाहिए होती है।
– इसमें एक बार में सैकड़ों टैंक को रखकर दूसरे एरिआ में पहुंचाया जा सकता है। ये साइज में बहुत बड़ा होता है। इसके लैंड करने के लिए भी बड़ी जगह चाहिए होती है।