बस एक मैच और सिर्फ एक स्टंप, तब धौनी होंगे ‘7’वें आसमान पर…

नई दिल्ली- भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में दोपहर करीब ढाई बजे से सीरीज का चौथा वनडे मैच खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज में मेजबान टीम का सूपड़ा साफ करने के बाद टीम इंडिया ने पांच मैचों की वनडे सीरीज में भी 3-0 की अजेय बढ़त बना रखी है। जाहिर है इस मैच का सीरीज के निर्णय पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

ऐसे में कप्तान विराट कोहली के पास उन खिलाड़ियों को जांचने का अच्छा मौका है, जिन्हें अब तक सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिला है। लेकिन एक खिलाड़ी है, जिसको किसी तरह के टेस्ट की जरूरत नहीं है। जरूरत है तो बस एक वनडे मैच की और फिर यह खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों की कतार में खड़ा हो जाएगा।
इन तीन खिलाड़ियों में है टीम इंडिया में वापसी का दम, कोहली का ये हैं रुख
जी हां आपने सही समझा। हम यहां माही यानि एमएस धौनी की ही बात कर रहे हैं। माही नाम से मशहूर धौनी अपने वनडे करियर में 299 वनडे मैच खेल चुके हैं। अगर विराट कोहली उन्हें चौथे वनडे मैच में आराम नहीं देते हैं तो यह धौनी का 300वां वनडे मैच होगा। अब तक उन्होंने 299 मैचों की 257 पारियों में 51.93 की औसत से 9608 रन बनाए हैं। इनमें से 72 बार तो वे नाबाद लौटे हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 183 नाबाद है। अपने अब तक के करियर में धौनी ने 10860 गेंदें खेली हैं और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 88.47 रहा है। 10 शतक और 65 अर्द्धशतक उनके नाम हैं।
उपलब्धियों के शिखर पर माही
धौनी से ज्यादा वनडे मैच भारत में सिर्फ सचिन तेंदुलकर (463), सौरव गांगुली, (311), राहुल द्रविड (344), मोहम्मद अजहरुद्दीन (334) और युवराज सिंह (304) ने खेले हैं। इनमें से भी धौनी का रन औसत सबसे बेहतर है और वह अकेले खिलाड़ी हैं जिनका रन औसत 50 से ज्यादा का है। जबकि स्ट्राइक रेट के मामले में भी कोई उनको छू नहीं पाया है।
विकेट के पीछे भी कमाल के हैं धौनी
धौनी ने बल्लेबाजी करते हुए कुल 736 चौके और 209 छक्के लगाए हैं। उनका बल्लेबाजी रिकॉर्ड किसी भी चोटी के बल्लेबाज को भी रश्क करने पर मजबूर कर सकता है। लेकिन यहां यह नहीं भूलना चाहिए कि धौनी एक बेहतरीन विकेटकीपर भी हैं। विकेट के पीछे उनकी चतुराई और चौकन्नेपन के तो उनके विरोधी भी कायल हैं। धौनी अपने करियर में अब तक 278 कैच कर चुके हैं, जबकि इस मैच में उनके पास एक और रिकॉर्ड बनाने का भी मौका है। यह रिकॉर्ड होगा 100 स्टंपिंग का।
दुनिया के पहले ऐसे विकेटकीटर होंगे
अगर उन्होंने इस मैच में कम से कम एक खिलाड़ी को भी स्टंप आउट कर दिया तो यह उपलब्धि भी उनके नाम के साथ जुड़ जाएगी। वह अब भी भारत के सबसे सफल विकेटकीपर हैं। अगर आज वह अपना 100वां स्टंप कर देते हैं तो ऐसा करने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर बन जाएंगे। हालांकि कैच करने के मामले में वह एडम गिलक्रिस्ट, मार्क बाउचर और कुमारा संगाकारा के बाद चौथे नंबर पर हैं।
कप्तानी में भी धौनी का कोई सानी नहीं
धौनी को टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है। धौनी को साल 2007 में टीम इंडिया की वनडे की कमान सौंपी गई थी। तब से लेकर साल 2016 में कप्तानी छोड़ने तक उनकी अगुवाई में टीम ने कुल 199 वनडे मैच खेले। इनमें से 110 वनडे में टीम इंडिया को जीत मिली जबकि 74 में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। इस दौरान 4 वनडे टाइ रहे और 11 मैच बिना किसी निर्णय के समाप्त हुए। उनके करीब सौरव गांगुली ही नजर आते हैं, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 146 वनडे खेले और 76 में टीम को जीत मिली, जबकि 65 में हार का मुंह देखना पड़ा।





