64 साल बाद दिखाई दिया इस प्रजाति के सांप

दुनिया के दुर्लभतम सांपों में माने जाने वाले सांप बोआ को पिछले 64 साल में पहली बार देखा गया है। वैज्ञानिकों ने कहा कि इसका दिखाई देना इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे स्पष्ट हो गया है कि अभी यह प्रजाति अस्तित्व में है।
कोरालस क्रोपानी या क्रोपन बोआ कहे जाने वाले इस सांप को 1953 में पहली बार देखा गया था। इसके बाद जानकारी इस प्रजाति के मात्र कुछ मृत सांपों के आधार पर ही जुटाई जा सकी है।
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अब 64 साल बाद दूसरी बार इस प्रजाति का जीवित सांप जनवरी में मिला। ब्राजील के रिबेरिया में स्थानीय निवासियों ने इस सांप को पकड़कर वैज्ञानिकों के सुपुर्द किया। इस मादा सांप की लंबाई 1.7 मीटर और वजन 1.5 किग्रा है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे जंगल में दोबारा छोड़ने से पहले इसमें विशेष रेडियो ट्रांसमीटर लगा दिया जाएगा। इससे आगे महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकेंगी।
क्रोपन बोआ प्रजाति के सांप सिर्फ ब्राजील के साओ पाउलो के 300 वर्ग किमी क्षेत्र में अटलांटिक वन में पाए जाते हैं। 1953 में देखा गया पहला बोआ सांप नर था।