5 दिन से लिखी जा रही है देश की सबसे लंबी FIR, अभी और लगेंगे इतने दिन

अब तक आपने सुना होगा कि हमारे देश में किसी केस में शिकायत दर्ज करने में लंबा समय लगा हो। लेकिन, क्या कभी सुना हो की कोई एफआईआर लंबे समय तक दर्ज हुई हो? ऐसा अब हुआ है और वो भी उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में जहां एक एफआईआर को दर्ज करने में 8 दिन का वक्त लग रहा है।

शुक्रवार 20 सितंबर तक इसके 43 पेज दर्ज हो चुके थे और 11 बचे थे। पांच दिनों तक दर्ज हुई एफआईआर पूरी होने के लिए तीन दिनों की और जरूरत थी। आयुष्मान योजना के घोटाले से संबंधित इस एफआईआर को लिखने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने घोटाले की जांच रिपोर्ट ही पुलिस को एफआईआर के रूप में दे दी है। इसके चलते पुलिस पांच दिन से लगातार लिखा-पढ़ी में जुटी है।

इतनी बड़ी एफआईआर लिखे जाने के पीछे क्या है मामला

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अटल आयुष्मान योजना के तहत काशीपुर के एमपी मेमोरियल अस्पताल और देवकी नंदन अस्पताल में भारी अनियमितताएं पकड़ी थीं। जांच में सामने आया कि अस्पताल के संचालक नियमों के खिलाफ मरीजों के फर्जी इलाज के बिलों का क्लेम वसूल रहे हैं। एमपी अस्पताल में मरीजों के डिस्चार्ज होने के बाद भी उनको कई-कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती दिखाया गया। इसके अलावा आइसीयू में भी क्षमता से ज्यादा रोगियों का इलाज होना बताया गया।

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मामले की पूरी जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पूरी जांच रिपोर्ट ही पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए दे दी। स्वास्थ्य विभाग की जांच ही पुलिस के गले की फांस बनी हुई है। अगर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जांच का निष्कर्ष निकालकर दिया गया होता तो पुलिस का काम आसान होता।

हालांकि, बांसफोड़ान पुलिस चौकी में देवकी नंदन अस्पताल के संचालक पुनीत बंसल के खिलाफ 22 पेज की एफआईआर लिखी जा चुकी है। जबकि अभी एमपी मेमोरियल अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का सिलसिला जारी है।

आंकड़ों के गणित के अलावा हिदी-अंग्रेजी भाषा में भी दिक्कत

एफआईआर को लिखने में पुलिस के मुंशी प्रमोद जोशी के सामने सबसे बड़ी दिक्कत भाषा भी बनी हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एफआईआर लिखने को दी गई जांच रिपोर्ट में हिदी और अंग्रेजी भाषा तो है ही गणित के आंकड़े भी उलझा रहे हैं। इससे एक पेज लिखने में घंटों का समय लग रहा है। हालांकि मैनुअल के साथ-साथ पुलिस इसे सीसीटीएनएस साफ्टवेयर में भी अपडेट कर रही है।

एफआईआर लिखे जाने में खर्च हो चुके हैं आठ पैन

कटोराताल पुलिस चौकी में एमपी मेमोरियल अस्पताल के खिलाफ लिखी जा रही एफआईआर में अभी तक आठ पैन लग चुके हैं। एफआईआर को लिखने में मुंशी को प्रतिदिन 14 घंटे का समय देना पड़ रहा है।

यह देश या प्रदेश की सबसे बड़ी एफआईआर है, ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है। एफआईआर लंबी है इसीलिए समय भी अधिक लग रहा है।

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