पवित्र कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए 2290 शिव भक्तों ने कराया पंजीकरण

नैनीताल: उत्तराखंड में कुमाऊं के लीपुलेख दर्रे के रास्ते प्रसिद्ध व पवित्र कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए 2290 शिव भक्तों ने पंजीकरण कराया है। जून में प्रस्तावित यात्रा में 18 दलों में 1080 यात्री जाएंगे। धारचूला से आगे दैवीय आपदा में बही सड़क की वजह से यात्री पिथौरागढ़ से गुंजी तक हेलीकॉप्टर से जाएंगे। यदि मौसम खराब हुआ तो यात्री उत्तराखंड सरकार के हेलीकॉप्टर में धारचूला से उड़ान भरेंगे। कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा हेलीकॉप्टर मुहैया कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। हेलीकॉप्टर यात्रा की वजह से इस बार के रास्ते में सिरखा, गाला पड़ाव समाप्त हो जाएंगे तो नारायण नगर आश्रम के दर्शन भी नहीं हो सकेंगे। कालापानी इस बार की यात्रा में नया पड़ाव होगा।पवित्र कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए 2290 शिव भक्तों ने कराया पंजीकरण

कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की तिथि समाप्त हो चुकी है। सिक्किम में नाथुला तथा कुमाऊं में लीपुलेख दर्रे के रास्ते यात्रा के लिए इस बार करीब 3800 भक्तों ने पंजीकरण कराया है। सिक्किम के रास्ते आठ दलों में चार सौ यात्री जाएंगे। निगम के जीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने बताया कि यात्रा के लिए फाइनल शेड्यूल विदेश मंत्रालय को भेजा जा रहा है। यात्रा अवधि 25 दिन की होगी। यात्रा रूट की स्थिति का जायजा लेने के लिए अधिकारियों का दल अप्रैल के अंतिम सप्ताह या मई पहले सप्ताह जाएगा। वहीं, खाद्यान्न समेत अन्य इंतजामों के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

एमडी (केएमवीएन) डीएस गर्ब्‍याल  का कहना है कि  कैलास यात्रा में भारतीय क्षेत्र में धारचूला, नाभीढांग, बूंदी, गुंजी व कालापानी पड़ाव हैं। इस बार हर दल के साथ दो लाइजनिंग अफसर होंगे। होम स्टे को प्रमोट करने के लिए कैलास यात्री गुंजी में दो रात, जबकि नाभी में एक रात्रि रुकेंगे। यात्रा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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