2 हजार सिखों के लिए PMC घोटाला बना बड़ा मुसीबत, नहीं जा पाएगे…

आज सिखों के आदि गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व है और इस मौके पर बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग करतारपुर कॉरिडोर होते हुए पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंचे हैं. पर पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (PMC) बैंक में हुए घोटाले की वजह से महाराष्ट्र के 1950 सिख करतारपुर नहीं जा पाए. सिख समुदाय के एक नेता ने यह दावा किया है.

क्या हुई समस्या

बैंक में हुए घोटाले की वजह से तमाम लोगों की गाढ़ी कमाई फंसी हुई है और इसकी वजह से होने वाले आर्थ‍िक तंगी से सिख समुदाय के बहुत से लोग पाकिस्तान नहीं जा पाए. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया है और उन्होंने 500 सिख श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई थी.

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करीब 4 किमी लंबा यह कॉरिडोर पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत में पंजाब के गुरुदासपुर में स्थ‍ित डेरा बाबा नानक श्राइन से जोड़ता है. करतारपुर में गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम साल गुजारे थे.

पीएमसी घोटाले के बाद क्या हुआ

गौरतलब है कि पीएमसी में करीब 4,355 करोड़ रुपये के कथि‍त घोटाले के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने उस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे. इसकी वजह से बैंक से सिर्फ 1000 रुपये निकासी की सीमा तय कर दी गई जिसकी वजह से ग्राहकों को काफी परेशानी हुई, हालांकि बाद में यह सीमा कई टुकड़ों में बढ़ाकर 50,000 रुपये तक कर दी गई.

यहां से सिख समुदाय के लोग जाना चाहते थे

मुंबई, नाशिक, नांदेड़, नवी मुंबई और थाणे के करीब 2,000 सिख पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब जाना चाहते थे. कुर्ला में गुरुद्वारा समिति के एक सदस्य हरदेव सिंह सैनी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि यह यात्रा एक स्थानीय संस्था निर्माण सेवक जत्था द्वारा आयोजित की गई है.

उन्होंने दावा किया, ‘हम आवश्यक वेबसाइट पर उनका विवरण ऑनलाइन सबमिट करने की प्रक्रिया कर ही रहे थे, कि इस बीच पीएमसी बैंक संकट की वजह से कई लोगों ने जाने से मना कर दिया. इन करीब 2000 लोगों में से किसी तरह सिर्फ 50 लोग जाने की व्यवस्था कर सके. पीएमसी बैंक घोटाले की वजह से पैसे की व्यवस्था न हो पाने की वजह से अन्य सभी लोगों ने अपना जाना कैंसिल कर दिया.’

क्यों हुए लोग निराश

पीएमसी के एक ग्राहक रविंदर कौर सैनी ने बताया कि उनके बैंक में तीन खाते हैं. उन्होंने कहा कि वह इस ऐतिहासिक तीर्थयात्रा का हिस्सा न बन पाने से काफी निराश हैं. उन्होंने कहा, ‘हम पिछले कई साल से इस ऐतिहासिक तीर्थयात्रा का हिस्सा बनने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन दुर्भाग्य से पीएमसी संकट की वजह से हमें वहां जाने का मौका नहीं मिला.’

कुर्ला गुरुद्वारा समिति के एक और सदस्य प्रीतपाल सिंह सेठ ने कहा कि पीएमसी खाताधारक एक-दूसरे की मदद भी नहीं कर पा रहे, क्योंकि लोगों के पास खुद कैश का अभाव है. पीएमसी घोटाले में अब तक एचडीआईएल के प्रमोटर और बैंक के कई शीर्ष अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है.

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