15 नवंबर को है देवोत्थान एकादशी का व्रत और तुलसी विवाह का आयोजन

हिंदू धर्म में चतुर्मास का विशेष महत्व है। मान्यता है कि साल के इस चार में भगवान विष्णु और अन्य देवता शयन करते हैं। इसलिए इस चार माह में मुण्डन, विवाह, जनेऊ संस्कार आदि शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। चतुर्मास आषढ़ मास की देवशयनी एकादशी के दिन शुरू होता है और देवोत्थान एकादशी के दिन समाप्त। देवोत्थान एकादशी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। पंचांग गणना के अनुसार इस साल देवोत्थान एकादशी 14, 15 नवंबर को पड़ रही है। हालांकि इसका व्रत और तुलसी विवाह 15 नवंबर को होगा। इस दिन से विवाह आदि के शुभ कार्य फिर से शुरू जाएगें। आइए जानते हैं इस साल पड़ने वाले विवाह मुहूर्त के बारे में…

विवाह के शुभ मुहूर्त

अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार इस समय साल का ग्यारहवां महीना नवंबर चल रहा है। इसके बाद दिसंबर का आखिरी महीना ही बचा है। हालांकि हिंदी पंचांग के अनुसार ये कार्तिक का माह है,जो कि साल का आठवां महीना है। इसके पहले आषाश मास की एकादशी तिथि से चतुर्मास चल रहा है, जिसका समापन कल देवोत्थान एकादशी के दिन होगा। इस दिन देवों के शयन से उठ जाने के बाद विवाह आदि के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगें। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस साल के आखिरी दो महीनों में विवाह के शुभ मुहूर्त इन दिनों है….

1-नवंबर में विवाह शुभ मुहूर्त- 15 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के भगवान विष्णु और तुलसी के विवाह का आयोजन होता है। ये दिन विवाह के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसके अतिरिक्त ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस माह में विवाह के शुभ मुहूर्त 15,16,20,21,28,29 और 30 तारीख को हैं।

2-दिसंबर में विवाह शुभ मुहूर्त- दिसंबर साल का आखिरी महीना होता है। इस महीने हिंदी पंचांग का अगहन मास चलेगा। अगहन में भी शादियों का आयोजन किया जाना शुभ माना जाता है। दिंसबर महीनें में ज्योतिषियों के अनुसार विवाह के शुभ मुहूर्त 1,2,6,7,11 और 13 तारीख हैं।

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