हाथ में ताम्बे की अंगूठी धारण करने के होते है

वास्तु के अनुसार हर धातु की अपनी विशेषता होती है और ऐसे में यह ग्रहदोष को शांत करती है और साथ ही स्वास्‍थ्य को लाभ भी पहुंचाती है। ऐसे में इन सभी में एक चमत्कारी धातु तांबा कही जाती है। तांबे की अंगूठी या छल्ला धारण करने से मंगल व सूर्य ग्रह शांत हो जाते हैं और तांबा वास्तुदोष दूर करने के साथ-साथ सेहत के लिए भी औषधि का काम करता है।
ताम्बे की अंगूठी धारण करने के फायदे:
धातुओं में तांबा शुद्ध व शांत धातु मानी गई है और इसका संबंध मंगल व सूर्य से है। यदि सूर्य या मंगल कमजोर हो, तो तांबे की अंगूठी या छल्ला धारण करने से लाभ होता है और इसे धारण करने से असर जल्द ही दिखने लगता है।
तांबे का संबंध सूर्य से होता है और सूर्य को यश और सम्मान का प्रतीक मानते हैं और तांबे की अंगूठी धारण करने से व्यक्ति को समाज में पद-प्रतिष्ठा और सम्मान की प्राप्ति भी होती है। 
अगर कुंडली में सूर्य दोष हो, तो तांबे की अंगूठी को रिंग फिंगर में पहनना जरुरी माना जाता है। ज्योतिष शास्‍त्र कहता है कि यह धातु शांत प्रकृति की होती है और गर्मी दूर करने में सहायक होती है।
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