हद है! पीएम मोदी के कहने पर इतना भी नहीं कर पाए भाजपा …
ग्रामीण क्षेत्रों को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई आदर्श ग्राम योजना हिमाचल में दम तोड़ती नजर आ रही है। केंद्र ने सांसदों और विधायकों को ग्राम सभाओं में जाने के फरमान जारी किए थे
लेकिन सूबे में इसका पालन नहीं हो रहा।माननीयों ने जिन गांवों को कागजों में अपनाया था, उन्हें हकीकत में वे भुला बैठे हैं। आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गए गांवों की जनता अपने सांसदों के दर्शन को तरस गई है। गोद लिए इन गांवों के प्रधानों का कहना है कि न तो सांसद आते हैं न ही उनके गांवों की समस्याएं हल हो रही हैं।
प्रदेश के चारों सांसदों ने बीते एक साल में दौरे की रस्म भर निभाई और फिर इन गावों की तरफ मुड़कर नहीं देखा। उधर, केंद्र ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर एक बार फिर सांसदों और विधायकों की ग्राम सभाओं में उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है।
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पंचायतीराज मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय ने विधायकों और सांसदों को ग्राम सभाओं में जाने को कहा है। विधायक और सांसद ग्रामसभाओं में नहीं जा रहे हैं।