सांसद पप्पू यादव ने RJD को दी बड़ी चुनौती, कहा- तेजस्वी को ना कभी नेता माने हैं, ना मानेंगे

सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि उन्हें कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडऩे से क्यों परहेज होगा। हां, तेजस्वी यादव को कभी नेता नहीं माने हैं, न मानेंगे। उन्होंने कांग्रेस टिकट पर लोकसभा चुनाव लडऩे की संभावना के बारे में कहा-मेरी मां और पत्नी-दोनों 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार थीं। पत्नी रंजीत रंजन अभी कांग्रेस की सांसद हैं।सांसद पप्पू यादव ने RJD को दी बड़ी चुनौती, कहा- तेजस्वी को ना कभी नेता माने हैं, ना मानेंगे

उन्होंने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के विरोध के सवाल पर कहा- लालू प्रसाद नेता हैं। तेजस्वी में नेता बनने की हैसियत नहीं है। उनके उम्र से अधिक हमारा संसदीय जीवन है। पप्पू ने दावा किया कि कांग्रेस से उनके जुडऩे में तेजस्वी कोई बाधा भी नहीं डाल सकते हैं। हमारे पास जनाधार है।

हमारी मदद के बिना लालू प्रसाद भी मधेपुरा से चुनाव नहीं जीत सकते थे। अपने दम पर तो पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी पुत्री डा. मीसा भारती भी चुनाव नहीं जीत पाईं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी का जनता से कोई संबंध नहीं है। उनकी दिल्ली और दूसरे राज्य की राजनीति में दिलचस्पी रहती है।

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के विरोध में भी तेजस्वी दिल्ली में आन्दोलन करते हैं। उनसे पूछा जाना चाहिए कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर का कितनी बार दौरा किया। वैशाली में इतना बड़ा रेल हादसा हुआ, तेजस्वी और तेज प्रताप घटना स्थल पर गए नहीं।

किशनगंज के कांग्रेसी सांसद असरारूल हक का निधन हुआ। राजद की रैली से लौट रहे चार नेताओं-कार्यकर्ताओं की सड़क हादसे में मौत हो गई। तेजस्वी को मृतकों के आश्रितों से मिलने की फुरसत नहीं मिली। पप्पू ने दावा किया कि मोदी लहर के बावजूद पिछले चुनाव में अगर एनडीए की कोसी और सीमांचल में एनडीए की हार हुई थी तो इसका श्रेय उन्हें ही जाता है।

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