सरदार पटेल की जयंती राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाई गई रन फॉर यूनिटी के तहत हुए विशेष आयोजन

अमेठी। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाई गई ।जिसमें पूरे जिले में रन फॉर यूनिटी का हुआ आयोजन अमेठी जिले में रन फॉर यूनिटी के तहत केंद्रीय मंत्री भारत सरकार अमेठी सांसद स्मृति जुबिन ईरानी, उत्तर प्रदेश सरकार राज्यमंत्री सुरेश पासी, भाजपा जिला अध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी, सहित सैकड़ों भाजपाई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए और
लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया इसके साथ साथ शुकुल बाजार थाना परिसर में थाना अध्यक्ष संतोष सिंह ने पूरी पुलिस फोर्स के साथ रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जिसमें देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए शपथ लिया गया। इसके साथ साथ भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र शुक्ला, व्यापार प्रकोष्ठ संयोजक पंडित राम उजेरे शुक्ला ,हिंदू युवा वाहिनी जिला उपाध्यक्ष रमेश तिवारी ,पूर्व प्रमुख प्रत्याशी भूपेंद्र विक्रम उर्फ सोनू सिंह ,ओबीसी मोर्चा जिला उपाध्यक्ष विपिन वैश्य ,युवा नेता विनय चौरसिया, विश्व प्रकाश शुक्ला, सहित सैकड़ों भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने रन फार यूनिटी के तहत दौड़ लगाई और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर देश की एकता और अखंडता के रक्षा के लिए शपथ ली। बताते चलें नीतिगत दृढ़ता के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि दी थी। वल्लभ भाई पटेल ने आजाद भारत को एक विशाल राष्ट्र बनाने में उल्लेखनीय योगदान दिया।

भारत के राजनीतिक इतिहास में सरदार पटेल के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। देश की आजादी के संघर्ष में उन्होंने जितना योगदान दिया उससे ज्यादा योगदान उन्होंने स्वतंत्र भारत को एक करने में दिया। वह नवीन भारत के निर्माता व राष्ट्रीय एकता के बेजोड़ शिल्पी थे। देश के विकास में सरदार वल्लभभाई पटेल के महत्व को सदैव याद रखा जायेगा। भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप में एक नई दिशा देने के कारण सरदार पटेल ने राजनीतिक इतिहास में एक गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त किया। उनके कठोर व्यक्तित्व में संगठन कुशलता, राजनीति सत्ता तथा राष्ट्रीय एकता के प्रति अटूट निष्ठा थी। जिस अदम्य उत्साह असीम शक्ति से उन्होंने नवजात गणराज्य की प्रारम्भिक कठिनाइयों का समाधान किया, उसके कारण विश्व के राजनीतिक मानचित्र में उन्होंने अमिट स्थान बना लिया। भारत की स्वतंत्रता संग्राम मे उनका महत्वपूर्ण योगदान था।सरदार पटेल को भारत का लौह पुरुष कहा जाता है। गृहमंत्री बनने के बाद भारतीय रियासतों के विलय की जिम्मेदारी उनको ही सौंपी गई थी। उन्होंने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए छह सौ छोटी-बड़ी रियासतों का भारत में विलय कराया। देशी रियासतों का विलय स्वतंत्र भारत की पहली उपलब्धि थी और निर्विवाद रूप से पटेल का इसमें विशेष योगदान था। नीतिगत दृढ़ता के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार और लौह पुरुष की उपाधि दी थी। वल्लभ भाई पटेल ने आजाद भारत को एक विशाल राष्ट्र बनाने में उल्लेखनीय योगदान दिया। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को भाजपा सरकार मोदी सरकार ने राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाया जिसके तहत रन फॉर यूनिटी का आयोजन पूरे देश में किया गया।
 
 

Back to top button