शहर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आईं रानू मंडल ने जीवन के संघर्ष का किया साझा, पढ़े पूरी खबर

सोशल मीडिया के जरिये सामने आने के बाद संगीत की दुनिया में जाना पहचाना नाम बन चुकीं रानू मंडल अब अपनी पिछली जिंदगी को याद नहीं करना चाहतीं। वह आज भी अपने परिवार के व्यवहार से आहत नजर आती हैं। शहर के इंद्रानगर में निजी कार्यक्रम में शामिल होने आई रानू ने बेटी के अचानक सामने आने से जुड़े सवाल पर कहा कि मुझे तो परिवार मरा घोषित कर चुका है, उनके लिए तो मैं मर ही गई हूं। अब पिछली जिंदगी को भूलकर आगे बढऩा चाहती हूं।

जब उनसे सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जैसा गाना गाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह उनके गाने सुनकर ही बड़ी हुई हैं, इसीलिए उनकी आवाज में लता जी का प्रभाव है। भले रानू को लोग दूसरी लता मंगेशकर कह रहे हैं, मगर वह खुद इस तुलना को पसंद नहीं करतीं। बोली, लता जी महान गायिका हैं। उनसे किसी की भी तुलना नहीं हो सकती। रानू ने बताया कि कानपुर का नाम सुन रखा था। यहां आकर बहुत अच्छा लगा।

मंधना, बिठूर, बड़ा चौराहा आदि क्षेत्रों का भ्रमण करके कानपुर को देखा। ठग्गू के लड्डू खाए। कानपुर उन्हें बेहद पसंद आया। बता दें, पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन पर गाना सुनाकर पेट पालने वाली रानू मंडल तब सोशल मीडिया पर छा गई थीं जब अतिंद्र चक्रवर्ती ने उनके गाने का वीडियो शूट कर पोस्ट किया था। इसके बाद ङ्क्षहदी सिनेमा के गायक कलाकार हिमेश रेशमिया ने उन्हें अपनी फिल्म हैप्पी हार्डी एंड हीर में गाने का मौका दिया।

Back to top button