अभी अभी: राष्ट्रपति चुनाव के लिए मोदी के गुजरात से सोनिया ले आईं ये ऐसा चेहरा कि उड़े सबके होश
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी ने अपनी कमर कस ली है। केंद्र की बीजेपी सरकार को टक्क्र देने के लिए विपक्ष भी पूरी तरह से तैयार है। लेकिन अब राष्ट्रपति पद को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने यह खुलासा किया है कि तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने उन्हें आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने के लिए उनसे बातचीत की थी।
गोपाल कृष्ण गांधी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहा चुके हैं
सूत्रों के मुताबिक इस बात की भी चर्चा चल रही है कि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पर शायद सहमति नहीं बन सके इसलिए एक ऐसे प्रत्याशी की तलाश हो रही है जिस पर मोटेतौर पर विपक्ष के सभी दलों के बीच सहमति बन सके। लिहाजा इस क्रम में गोपाल कृष्ण गांधी का नाम उभर कर आया है। गोपाल गांधी महात्मा गांधी के पौत्र हैं। वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और राजनयिक रहे हैं और सिविल सोसायटी की नामी शख्सियत हैं। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव के लिए लगभग विपक्ष के सभी दलों के बीच पहले राउंड की शुरुआती चर्चा पूरी हो गई है। इसी कड़ी में गोपाल गांधी का नाम उभरा है और किसी ने अभी उनके नाम पर ऐतराज नहीं जताया है।
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पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार का नाम भी आया था सामने
वहीं, खबरों के मुताबिक यह जानकारी भी सामने आ रही है कि विपक्षी दलों की तरफ से साझा उम्मीदवार की घोषणा करने को लेकर दो नामों पर विचार किया जा रहा था। इनमें से एक था गोपाल कृष्ण गांधी और दूसरा था पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार का, लेकिन कई विपक्षी दल कांग्रेस के नेता को उम्मीदवार बनाए जाने के पक्ष में नहीं हैं। बता दें इससे पहले महाराष्ट्र की पार्टी एनसीपी के प्रमुख शरद पवार का नाम भी राष्ट्रपति पद के लिए सामने आया था। दिनों शिवसेना ने शरद पवार को सर्वसम्मत उम्मीदवार के रूप में पेश करने की बात कही थी।