योगी सरकार में जब अपना करबल न चला तो रच दिया ये प्रपंच

बांदा के सदर क्षेत्र के भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी और नरैनी के विधायक राजकरन कबीर ने संयुक्त हस्ताक्षरों से जारी वक्तव्य में कहा है कि बालू को लेकर विपक्षी दल और कुछ अन्य लोग बेवजह हो-हल्ला मचा रहे हैं। आरोप लगाया कि यह वही लोग हैं जो पिछली सरकार में अवैध खनन और वसूली में लिप्त थे। संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि अब इस सरकार में उनकी दाल नहीं गल रही तो तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।

कोई फर्जी पत्रिका छपवा रहा है तो कोई धरना-प्रदर्शन करा रहा है। विधायकों ने कहा कि इन सब खुराफातों से उनकी सेहत में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। किसी भी सूरत में अवैध खनन और नाजायज वसूली नहीं होने देंगे। विधायकों ने कहा कि भाजपा का हरेक कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों पर काम करते हुए नजर रखेगा।
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विधायक द्विवेदी ने चुनौती भरे लहजे में कहा कि आरोप लगाने वाले बताएं कि कहां अवैध खनन हो रहा है या उन्हें कौन संरक्षण दे रहा है? झूठा हो-हल्ला विरोधियों की साजिश है। खनन के पट्टे ई-टेंडर के जरिए पारदर्शिता से किए गए हैं। इसमें प्रदेश सरकार का राजस्व बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री को पत्र दिया है जिसमें अनुरोध किया है कि बालू की दरें निर्धारित की जाएं ताकि आम आदमी पर बोझ न पड़े।
अवैध बालू खनन के विरोध में अशोक लाट में क्रमिक अनशन मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। अनशन पर बैठी ऊषा निषाद (सांड़ी), धर्मेंद्र कश्यप व रोहित कश्यप ने कहा कि मशीनों से केन और बागै नदी में अवैध खनन हो रहा है। प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी तथा एक विधायक की सांठगांठ है। लमेहटा में अवैध खनन और मशीनों से हो रहे खनन में थानाध्यक्ष शामिल हैं। इसी तरह हटेटी पुरवा (बांदा) में चार पोकलैंड और छह जेसीबी चल रही हैं। ऊषा निषाद ने कहा है कि आरोपी अधिकारियों और विधायक पर जांच और अवैध खनन बंद नहीं हुआ तो वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री लखनऊ आवास में धरना देंगी।





