

दिमागी बुखर का कहर थम नहीं रहा है। अन्य जनपदों के अलावा राजधानी के बच्चे भी इसकी चपेट में आ गए हैं। गोसाईगंज के कपिल (2) ने लोहिया अस्पताल में दिमागी बुखार के कारण दम तोड़ दिया। वहीं बहराइच की महरूननिशां (65) और तब्बसुम निशां� (22) भी दिमागी बुखार से मौत हो गई। इसके अलावा बलरामपुर अस्पताल में हरीनाथ (22) और मोहित (5) बहराइच, कृष्णा (26), सत्येंद्र (38) और प्रदीप (30) को भर्ती कराया गया है।
इसके अलावा एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित दो नए बच्चे भी वहां भर्ती कराए गए हैं। हिमेश� (7) रायबरेली और लक्ष्य (5) सीतापुर को एईएस के कारण भर्ती कराया गया है।
राजधानी के अस्पतालों में बुखार, दिमागी बुखार, जेई और एईएस के मरीज बढ़ते जा रहे है लेकिन स्वास्थ्य विभाग अपने आंकड़ों पर डटा हुआ है। बृहस्पतिवार को सीएमओ डॉ. एसएनएस यादव जो आंकड़े जारी किए उसके अनुसार लखनऊ में अभी तक डेंगू के 20 मरीज सामने आए हैं लेकिन मौत किसी की नहीं हुई है।
जापानी इंसेफेलाइटिस के मरीजों की संख्या उनके हिसाब से दो है, उन्होंने मौत की किसी की नहीं दर्शायी है। इसी तरह एईएस के चार मरीज और एक मौत की पुष्टि सीएमओ कर रहे हैं। जबकि असली आंकड़े कुछ और स्थिति बयां कर रहे हैं।