मोहन भागवत ने गोरखपुर में फहराया तिरंगा, बच्चों को समझाया राष्ट्रध्वज के तीनों रंगों का महत्व

गणतंत्र दिवस के मौके पर गोरखपुर में मौजूद सरसंघचालक मोहन भागवत ने आज सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में ध्वजारोहण किया। मोहन भागवत आरएसएस के प्रांतीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए गोरखपुर में आए हुए हैं।

प्रांतीय सम्मेलन के चौथे दिन आज ध्वजारोहण का कार्यक्रम पहले से तय था। इस दौरान उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों से सीधा संवाद भी किया।

छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए मोहन भागवत ने राष्ट्रध्वज के तीनों रंगों का महत्व समझाया। संघ प्रमुख ने कहा कि ये रंग ज्ञान, कर्म, भक्ति का कर्तव्य बताने वाले हैं। सबसे ऊपर भगवा रंग त्याग का, बीच का सफेद रंग पवित्रता और हरा रंग मां लक्ष्मी यानी समृद्धि का प्रतीक है।

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भगवा रंग देखते ही मन में सम्मान पैदा होता है। यह बताता है कि हमारा जीवन स्वार्थ का नहीं परोपकार का है। हमें कमाना है दीन दुखियों, वंचितों को देने के लिए। इतना देना है कि सबकुछ देने के बाद भी देने की इच्छा रह जाए। पवित्रता और शुद्धता जीवन में ज्ञान, धन और बल के सदुपयोग के लिए जरूरी है।

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