राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के असामान्य सेक्स व्यवहार को लेकर हुआ बड़ा खुलासा ये रहे सबूत…
इतिहासकारों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर उनकी सेक्स लाइफ को लेकर कई बड़े खुलासे किये है
महात्मा गांधी जिन्हें भारत का राष्ट्रपिता भी कहा जाता है, ने पूरे विश्व को अहिंसा और शांति का सन्देश दिया लेकिन इस बात में भी कोई दौराय नहीं है कि अपने कुछ किस्सों से चलते उनकी आलोचना होती रही हैl
भारतीय जिस बापू को अहिंसा के पुजारी एवं आध्यात्म गुरु के रूप में पूजते हैं, उनकी सेक्स लाइफ के बारे में कई बड़े-बड़े इतिहासकार बेहद हैरान करने वाले दावे करते आए हैl जहाँ उनकी सेक्स की लत को लेकर कई किताबे लिखी गई है तो वहीं एक बड़ी वेबसाइट ने यह दावा किया है कि वो अपनी नग्न महिलाओं के साथ नहाते थे और सोते थेl
अमेरिका की वेबसाइट http://www.cracked.com/ ने महात्मा गांधी, बेंजामिन फ्रैंकलिन, विंस्टन चर्चिल और चार्ली चैपलिन सहित छह महान लोगों को विकृत मानसिकता वाले व्यक्ति बताया हैl वेबसाइट ने पड़ताल करने के बाद ये तथ्य खोजे हैं जो इन महान लोगों के सकारात्मक पक्ष को बताने के साथ-साथ उनके व्यक्तिगत जीवन के कुछ काले अध्यायों को भी पेश करते हैl
वेबसाइट में प्रकाशित लेख में लिखा गया है कि भारत को अंग्रेजों से मुक्त कराने में महात्मा गांधी की अहम भूमिका रही है और वो निर्विवादित रूप से एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता थेl लेख में लिखा गया है कि 37 साल की उम्र तक गांधी जी ने ब्रह्मचर्य का पालन किया लेकिन 37 साल के बाद वो युवतियों के साथ सोने लगे और ये सिलसिला 70 साल की उम्र तक जारी रहाl
वैसे तो महात्मा गांधी की सेक्स लाइफ़ पर अब तक अनेक किताबें लिखी जा चुकी हैंl जो ख़ासी चर्चित भी हुई हैंl मशहूर ब्रिटिश इतिहासकार जेड ऐडम्स ने पंद्रह साल के गहन अध्ययन और शोध के बाद 2010 में “गांधी नैकेड ऐंबिशन” लिखकर सनसनी फैला दी थीl किताब में गांधी को असामान्य सेक्स बीहैवियर वाला अर्द्ध-दमित सेक्स-मैनियॉक कहा गया हैl किताब राष्ट्रपिता के जीवन में आई लड़कियों के साथ उनके आत्मीय और मधुर रिश्तों पर ख़ास प्रकाश डालती हैl मसलन, गांधी नग्न होकर लड़कियों और महिलाओं के साथ सोते थे और नग्न स्नान भी करने के साथ-साथ कई शर्मनाक काम भी करते थेl
दस्तावेज़ों द्वारा से साबित हुआ है कि गांधी जी न केवल दर्जनों महिलाओं के साथ नग्न होकर नहाते-सोते थे बल्कि मसाज भी करवाते थे
देश के सबसे प्रतिष्ठित लाइब्रेरियन गिरिजा कुमार ने गहन अध्ययन और गांधी से जुड़े दस्तावेज़ों के रिसर्च के बाद 2006 में “ब्रम्हचर्य गांधी ऐंड हिज़ वीमेन असोसिएट्स” में डेढ़ दर्जन महिलाओं का ब्यौरा दिया है जो ब्रम्हचर्य में सहयोगी थीं और गांधी के साथ निर्वस्त्र सोती-नहाती और उन्हें मसाज़ करती थींl इनमें मनु, आभा गांधी, आभा की बहन बीना पटेल, सुशीला नायर, प्रभावती (जयप्रकाश नारायण की पत्नी), राजकुमारी अमृतकौर, बीवी अमुतुसलाम, लीलावती आसर, प्रेमाबहन कंटक, मिली ग्राहम पोलक, कंचन शाह, रेहाना तैयबजी शामिल हैंl प्रभावती ने तो आश्रम में रहने के लिए पति जेपी को ही छोड़ दिया थाl इससे जेपी का गांधी से ख़ासा विवाद हो गया थाl
तक़रीबन दो दशक तक महात्मा गांधी के व्यक्तिगत सहयोगी रहे निर्मल कुमार बोस ने अपनी बेहद चर्चित किताब “माई डेज़ विद गांधी” में राष्ट्रपिता का अपना संयम परखने के लिए आश्रम की महिलाओं के साथ निर्वस्त्र होकर सोने और मसाज़ करवाने का ज़िक्र किया हैl निर्मल बोस ने नोआखली की एक ख़ास घटना का उल्लेख करते हुए लिखा है, “एक दिन सुबह-सुबह जब मैं गांधी के शयन कक्ष में पहुंचा तो देख रहा हूं, सुशीला नायर रो रही हैं और महात्मा दीवार में अपना सिर पटक रहे हैंl” उसके बाद बोस गांधी के ब्रम्हचर्य के प्रयोग का खुला विरोध करने लगेl जब गांधी ने उनकी बात नहीं मानी तो बोस ने अपने आप को उनसे अलग कर लियाl
ये भी पढ़े: कॉल सेंटर का टॉयलेट हुआ जाम, निकले ऐसे सामान कि उड़ गए सबके होश!
इतिहासकारों की माने तो कामुक गांधी अपनी सम्मोहक सेक्स अपील से अनुयायियों को वश में कर लेते थे
महान इतिहासकार एवं लेखक ऐडम्स का दावा है कि लंदन में क़ानून पढ़े गांधी की इमैज एक ऐसे नेता की थी जो सहजता से महिला अनुयायियों को वशीभूत कर लेते थेl आमतौर पर लोगों के लिए ऐसा आचरण असहज हो सकता है पर गांधी के लिए सामान्य थाl आश्रमों में इतना कठोर अनुशासन था कि गांधी की इमैज 20वीं सदी के धर्मवादी नेता जैम्स वॉरेन जोन्स और डेविड कोरेश जैसी बन गई जो अपनी सम्मोहक सेक्स-अपील से अनुयायियों को वश में कर लेते थेl ब्रिटिश हिस्टोरियन के मुताबिक गांधी सेक्स के बारे लिखना या बातें करना बेहद पसंद करते थेl इतिहास के तमाम अन्य उच्चाकाक्षी पुरुषों की तरह गांधी कामुक भी थे और अपनी इच्छा दमित करने के लिए ही कठोर परिश्रम का अनोखा तरीक़ा अपनायाl ऐडम्स के मुताबिक जब बंगाल के नोआखली में दंगे हो रहे थे तक गांधी ने मनु को बुलाया और कहा “अगर तुम मेरे साथ नहीं होती तो मुस्लिम चरमपंथी हमारा क़त्ल कर देतेl आओ आज से हम दोनों निर्वस्त्र होकर एक दूसरे के साथ सोएं और अपने शुद्ध होने और ब्रह्मचर्य का परीक्षण करेंl”
किताब में महाराष्ट्र के पंचगनी में ब्रह्मचर्य के प्रयोग का भी वर्णन है, जहां गांधी के साथ सुशीला नायर नहाती और सोती थींl ऐडम्स के मुताबिक गांधी ने ख़ुद लिखा है, “नहाते समय जब सुशीला मेरे सामने निर्वस्त्र होती है तो मेरी आंखें कसकर बंद हो जाती हैंl मुझे कुछ भी नज़र नहीं आता, मुझे बस केवल साबुन लगाने की आहट सुनाई देती हैl मुझे कतई पता नहीं चलता कि कब वह पूरी तरह से नग्न हो गई है और कब वह सिर्फ़ अंतःवस्त्र पहनी होती हैl”
दरअसल, जब पंचगनी में गांधी के महिलाओं के साथ नंगे सोने की बात फैलने लगी तो नथुराम गोड्से के नेतृत्व में वहां विरोध प्रदर्शन होने लगाl जिसके चलते ही गांधी को प्रयोग बंद कर वहां से बोरिया-बिस्तर समेटना पड़ाl बाद में गांधी हत्याकांड की सुनवाई के दौरान गोड्से के विरोध प्रदर्शन को गांधी की हत्या की कई कोशिशों में से एक माना गयाl