मकर संक्रांति पर जरूर पढ़े भगवान सूर्य की यह आरती, होगा कल्याण

मकर संक्रांति का त्यौहार बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता है और इस त्यौहार को सूर्या भगवान को समर्पित कर मनाया जाता है. ऐसे में हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान सूर्य एकमात्र ऐसे देव हैं, जो साक्षात दिखाई पड़ते हैं. कहा जाता है मकर संक्रांति के दिन उन्ही की पूजा की जाती है और उन्हें ही जल अर्पित किया जाता है. ऐसे में अगर इस दिन सूर्यदेव को सुबह जल अर्पित करते समय इस आरती को पढ़ लिया जाए तो बहुत लाभ होता है. जी हाँ, कहते हैं प्रातःकाल में इनके दर्शन एवं इनकी आराधना शुभ फलदायी मानी गई है और मकर संक्रांति के अवसर पर यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत है श्री सूर्य भगवान की आरती. आप इस आरती को कल यानी 15 जनवरी को (मकर संक्रांति) के दिन पढ़ सकते हैं और लाभ पा सकते हैं.
श्री सूर्य देव की आरती
जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव।
जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव॥
रजनीपति मदहारी, शतदल जीवनदाता।
षटपद मन मुदकारी, हे दिनमणि दाता॥
जग के हे रविदेव, जय जय जय रविदेव।
जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव॥
नभमंडल के वासी, ज्योति प्रकाशक देवा।
निज जन हित सुखरासी, तेरी हम सबें सेवा॥
करते हैं रविदेव, जय जय जय रविदेव।
जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव॥
कनक बदन मन मोहित, रुचिर प्रभा प्यारी।
निज मंडल से मंडित, अजर अमर छविधारी॥
हे सुरवर रविदेव, जय जय जय रविदेव।
जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव॥

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