भारत में रहते है 2 लाख करोड़पति !


रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव के बाद रिफॉर्म्स को आगे बढ़ाने के इच्छुक व्यक्ति के प्रधानमंत्री बनने से इन्वेस्टर्स की धारणा मजबूत हुई। इससे स्टॉक मार्केट्स में तेजी दर्ज की गई। एमएससीआई इंडेक्स 21.9 फीसदी चढ़ा और क्रूड कीमतों में कमी से बजट घाटा कम करने में मदद मिली। साथ ही इनफ्लेशन में अच्छी खासी कमी आई। इसमें कहा गया है कि इस वजह से भारत, एशिया प्रशांत में आस्ट्रेलिया को पछाडकर एचएनडब्ल्यूआई एसेट्स के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया। आस्ट्रेलिया के स्टॉक मार्केट में इस दौरान 7.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
भारत इस लिस्ट में 11वें स्थान पर रहा है। 43.51 लाख करोड़पतियों के साथ अमेरिका इस सूची में शीर्ष पर है। जापान 24.52 लाख करोड़पतियों के साथ दूसरे, जर्मनी 11.41 लाख के साथ तीसरे, चीन 8.90 लाख के साथ चौथे स्थान पर है। शीर्ष चार देशों में वैश्विक स्तर पर एचएनडब्ल्यूआई आबादी का 60.3 फीसदी रहती है। वैश्विक स्तर पर 2014 में 9.20 लाख नए नए करोड़पति बने।