भारत-पाकिस्तान सीमा से पंद्रह दिनों के भीतर पकड़ा गया तीसरा जासूस

राजस्थान से लगती भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे जिले जैसलमेर से पंद्रह दिनों के भीतर एक और जासूस हाजी खान पकड़ा गया है। खुफिया एजेंसियां इसे जयपुर लाकर पूछताछ में जुट गई हैं। वह भारत-पाक के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस में पांच बार पाकिस्तान जा चुका है। पकड़े जाने से पहले उसने अपने मोबाइल को फॉरमेट कर दिया  था। अब एजेंसियां उसके मोबाइल से डाटा बैकअप लेने का प्रयास कर रही हैं। 
आर्मी इंटेलीजेंस को किसी अन्य मामले की छानबीन के दौरान हाजी के जासूसी करने के बारे में सुराग मिला था। इस सीमा से हाजी सहित 15 दिन में तीन जासूस पकड़े गए हैं। हाजी से पूर्व 28 जनवरी में जोधपुर स्थित स्टेशन भगत की कोठी से जैसलमेर निवासी सद्दिक खान व उसके साथी को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया था। दोनों पाक जाने के लिए टिकट बनवाने आए थे और इनसे सेना के दस्तावेज और फोटोग्राफ भी मिले थे।

सूचना के अनुसार जैसलमेर के किशनगढ़ क्षेत्र से जासूसी के आरोप में हाजी को धरा गया है। वह किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज के सैन्य क्षेत्र में जासूसी करता था। हाजी ने बकरियों के बाड़े में पाकिस्तानी सिम व मोबाइल छुपा रखे थे, जिन्हें बरामद कर लिया गया है। पूछताछ में हाजी ने बताया कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की गिरफ्त से अपने भाई को छुड़वाने के लिए ये काम किया करता था। 

आईएसआई ने हाजी के भाई जुम्मे खान को रॉ एजेंट समझ पकड़ा था। भाई को छुड़वाने की एवज में हाजी से किशनगढ़ क्षेत्र में जासूसी करने को कहा था। हाजी के जासूसी करने के साथ ही उसके भाई को वहां छोड़ दिया गया। हाजी का ससुराल पाकिस्तान में है। ससुर भी आईएसआई का एजेंट है और उसी के साथ मिल कर हाजी भी पाकिस्तान के लिए जासूसी करता था। 

 
 
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