बैकुण्ठ धाम: हर किसी में आक्रोश हर कोई गमगीन, …और विवेक हो गये पंचतत्व में विलीन

लखनऊ। प्रदेश की बेलगाम और बेरहम हो चुकी पुलिस की सनक और हनक के चलते अपनी जान गंवाने वाले विवेक तिवारी का आज बैकुण्ठधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया। सुबह करीब 8 बजे विवेक की अंतिम यात्रा न्यू हैदराबाद स्थित आकाश गंगा टावर से गमगीन माहौल में निकली। पत्नी कल्पना तिवारी और बेटी को बिलखता देख हर किसी की आंख नम हो गई। आवास से लेकर बैकुंठ धाम तक भारी पुलिस बल था।
वहीं इस दौरान बैकुंठ धाम पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन और बृजेश पाठक भी पहुंचे। दोनों ने कहा कि आरोपियों को सख्त सजा मिलेगी। पीड़ित परिवार के साथ पूरी संवेदना है। सुबह करीब 8 बजे विवेक की अंतिम यात्रा न्यू हैदराबाद स्थित आकाश गंगा टावर से गमगीन माहौल में निकली। पत्नी कल्पना तिवारी और बेटी को बिलखता देख हर किसी की आंख नम हो गई। आवास से लेकर बैकुंठ धाम तक भारी पुलिस बल था।
जबकि बैकुण्ठ धाम पर लोगों में काफी हद तक पुलिस के खिलाफ काफी गुस्सा दिखा। लोगों का कहना था कि ऐसी गुंडई तो कभी नहीं दिखी। इतना बेलगाम पुलिस कैसे हो सकती है। कुछ लोगो ने वहां मौजूद पुलिस के सामने ही कहा कि विवेचना पुलिस को ही करनी है ऐसे मैं इस बात की क्या गारंटी की आरोपी के खिलाफ मजबूत साक्ष्य पेश किए जाएंगे।
ज्ञात हो कि एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक को शुक्रवार की रात उस समय दो सिपाहियों ने गोली मार दी थी जब वो अपनी महिला सहयोगी के साथ घर लौट रहे थे। उनका कुसूर सिर्फ इतना था कि पुलिस के इशारे पर उन्होंने अपनी गाड़ी नहीं रोकी थी।
बेहद ही अफसोसनाक और दर्दनाक है कि जिस विवेक तिवारी ने शुक्रवार की शाम फोन पर बेटी सीवी से बात की। उसे पढ़ाई करने और जल्दी सोने की नसीहत भी दी। शनिवार की सुबह जब सीवी को पापा की हत्या किए जाने की खबर मिली तो मासूम मां के सीने से लिपट गई। विवेक का शव देख सीवी बोली पापा मै अच्छे नम्बर लाऊंगी, प्लीज उठ जाओ। फूल सी बच्ची को पिता के शव पर बिलखते देख वहां मौजूद हर शख्स की आंख भर आई।

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