बीसीसीआइ आइपीएल में पॉवर प्लेयर का कॉन्सेप्ट लागू करने का मन बना चुकी

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ द्वारा शुरू की गई इंडियन प्रीमियर लीग(IPL) की प्रसिद्धि किसी से छिपी नहीं है। अब तक इस टूर्नामेंट के 12 सीजन सफलता के साथ समाप्त हो गए हैं। हर साल ये टूर्नामेंट और विशाल होता जा रहा है। ऐसे में अब बीसीसीआइ आइपीएल को और भी रोचक बनाने पर विचार कर रही है। उम्मीद है कि अगले आइपीएल में कुछ नए नियमों दर्शकों को देखने को मिलें।

बीसीसीआइ आइपीएल में पॉवर प्लेयर का कॉन्सेप्ट लागू करने का मन बना चुकी है। इस नियम के तहत 15 खिलाड़ियों की एक टीम चुनी जाएगी, जिसमें जरूरत पड़ने पर 11 खिलाडियों के अलावा अन्य चार खिलाड़ियों को भी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा समझा जाएगा। जरूरत के अनुसार कोई भी खिलाड़ी बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने उतर सकता है, बशर्ते वो खिलाड़ी प्लेइंग फिफ्टीन का हिस्सा होना चाहिए।

दुनिया की सबसे अमीर टी20 क्रिकेट लीग में विकेट गिरने के बाद एक सबस्टिट्यूट बैट्समैन को टीम उतार सकती है। इसके अलावा ओवर की समाप्ती के बाद किसी भी गेंदबाज से ओवर कराया जा सकता है। भले ही वो प्लेइंग इलेवन में शामिल हो अथवा नहीं। इस बात को लेकर बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा है कि ये कॉन्सेप्ट  पहले ही स्वीकृत हो चुका है।

बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि ये कॉन्सेप्ट की इजाजत मिल गई है, लेकिन हम इस बारे में मंगलवार को बीसीसीआइ के हेडक्वार्टर में होने वाली आइपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में विस्तार से चर्चा करेंगे। अधिकारी ने बताया है कि ये नियम पहले सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में लागू किया जा सकता है।

अधिकारी का कहना है, “हम एक ऐसे सिनेरियो पर को देख रहे हैं, जिसमें वो खिलाड़ी भी खेल सकता है जो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं हो। टीम अपनी 15 सदस्यीय टीम का ऐलान करेगी। इसी में से बाकी के चार खिलाड़ी मैच के किसी भी मोड़ पर आकर अपनी बल्लेबाजी या गेंदबाजी से मैच का रुख पलट सकते हैं। इस नियम को आइपीएल से पहले हम मुश्ताक अली ट्रॉफी में लागू करके देखना चाहेंगे। अगर सफलता मिलेगी तो आगे जाएगा।”

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