बिहार : अब उठा एनडीए में डीएनए का मुद्दा, जेडीयू ने केंद्रीय मंत्री को दी चेतावनी

बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच सीटों पर सहमति तो बन चुकी है लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में रार समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। अब केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और जेडीयू के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है। जेडीयू ने उपेंद्र कुशवाहा को संभलकर बोलने की सलाह दी है। बता दें कि रविवार को उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार से डीएनए रिपोर्ट की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि सीएम को अपना राजनीतिक डीएनए सार्वजनिक करना होगा। केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद जेडीयू के नेताओं ने कुशवाहा को चेतावनी देते हुए कहा कि वह शिष्टाचार बनाए रखें और अपनी सीमा में रहें।बिहार : अब उठा एनडीए में डीएनए का मुद्दा, जेडीयू ने केंद्रीय मंत्री को दी चेतावनी

 

जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है, ‘कुशवाहा ने अप्रासंगिक बयान दिया है। यह मर्यादाहीन और अनावश्यक है। उत्तेजक बयान देने की उनकी आदत बन चुकी है। जेडीयू इस तरह की राजनीति को नामंजूर करती है। हमारी पार्टी कभी ऐसे बयान नहीं देती जो पूर्वकल्पित और पक्षपातपूर्ण हों। उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए।’

बता दें कि कुशवाहा ने रविवार को कहा था कि, ‘बड़े भाई नीतीश कुमार, जब एक ही परिवार से आप और हम हैं तो कुशवाहा नीच कैसे हो गया? मैं जानना चाहता हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने तो उस वक्त किसी और संदर्भ में ही डीएनए की बात कही थी लेकिन नीतीश कुमार ने तो अपनी पार्टी के लोगों से कहा कि बाल और नाखून काटकर दिल्ली भेजो, हमें डीएनए की रिपोर्ट जाननी है।

कुशवाहा की टिप्पणी पीएम मोदी की टिप्पणी पर ही आधारित मानी जा रही है। दरअसल साल 2015 में बिहार के विधानसभा चुनावों के दौरान पीएम मोदी ने जीतन राम मांझी का उल्लेख किया और कहा था कि जब मांझी के साथ बुरा हुआ तो मुझे बुरा लगा। इसके बाद उन्होंने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और कहा था कि जब एक महादलित के बेटे से सबकुछ छीन लिया तब मुझे लगा कि शायद डीएनए में गड़बड़ है।

इससे पहले कुशवाहा ने दावा करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार साल 2020 के बाद मुख्यमंत्री पद पर बने रहना नहीं चाहते। इसपर मुख्यमंत्री का कहना है कि ‘बातचीत का स्तर इतना नीचे मत गिराइए।’ मामले पर भाजपा के विधायक नितिन नवीन का कहना है कि दोनों पार्टियां जल्द ही अपने विवाद सुलझा लेंगी। भाजपा को उम्मीद है कि उसके दोनों सहयोगी शांति कायम रखेंगे।

Back to top button