प्रेमी और प्रेमिका कर रहे थे सेक्स, लोगों ने देखा और कहा हमें भी करना….

चार लोगों ने देखा और कहा हमें भी करना है सेक्स! बैतूल शहर के बोदलपठार गांव में लड़की के साथ गैंगरेप करने वाले आरोपियों को बुधवार को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। आरोपियों का कहना है लड़की अपने प्रेमी के साथ नए साल का जश्न मना रही थी। इस दौरान उसके साथ रेप किया। जबकि मृतका के छोड़े सुसाइड नोट में रात 10 बजे शौचालय के दौरान यह घटना होना सामने आया। इस घटना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने मंगलवार को 19 साल के बलिराम धुर्वे और राजेश काकोड़िया को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।

बलिराम ने बताया रविवार रात खेत में हम चार दोस्त नए साल का जश्न मना रहे थे। तभी एक बाइक आते दिखी। थोड़ी दूर जाकर बाइक एक खेत के पास जाकर खड़ी हो गई। तभी हम में से दो ने पास जाकर टार्च जलाकर देखा तो एक प्रेमी और प्रेमिका आपत्तिजनक हालत मिले।हमें देखकर दोनों अलग-अलग दिशाओं में भाग गए। हम दौड़े तो लड़की थोड़ी दूर जाने के बाद बैठ गई। हमने लड़की से पूछा इतनी रात में यहां क्यों आई तो उसने कहा नए साल का जश्न मनाने के लिए प्रेमी नवल को बुलाया था।

इसके बाद हमने लड़की से रुपए की डिमांड की। लड़की ने रुपए नहीं होने की बात कही तो हमने कहा हमें तो कुछ न कुछ चाहिए। इसके बाद लड़की ने कहा जो करना है कर लो। फिर राजेश के मोबाइल से लड़की ने नवल को फोन कर कहा आप घर चले जाओ मैं भी जा रही हूं। इसके बाद राजेश और मैने उसके साथ रेप किया।

पुलिस के मुताबिक लड़की का अपनी भाभी के भाई नवल के साथ दो सालों से अफेयर चल रहा है। नवल ने पुलिस को दिए बयान में बताया लड़की के साथ उसका अफेयर चल रहा था। 31 दिसंबर को लड़की ने फोन कर रात में मिलने के लिए बुलाया था। जब हम मिल रहे थे, तभी गांव के दो लड़के आ गए। मैं अपने गांव उमरिया वापस चला गया। लड़की का फोन आया उसने बताया गांव के बलिराम धुर्वे और राजेश काकोड़िया ने उसके साथ रेप किया है। इस कारण वह सुसाइड कर रही है। लड़की के साथ गैंगरेप करने वाले आरोपी बलिराम धुर्वे और राजेश काकोड़िया को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की के बॉयफ्रेंड के भी बयान लिए हैं।

तीन पेज के सुसाइड नोट में लड़की ने लिखा, ‘रात 10 बजे मैं शौचालय के लिए जा रही थी, रास्ते में बलराम धुर्वे, राजेश काकोडि़या मिले, दोनों ने मुझे पीछे से पकड़ा और मेरा मुंह दबाकर खेत में ले गए। जहां पर मेरे साथ गलत काम किया। मैं चिल्लाती रही, रोती रही, लेकिन उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी। इसके बाद मैं मुंह दिखाने लायक नहीं बची। इसलिए मजबूरी में ये कदम उठा रही हूं। मुझे माफ कर देना।’

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