प्रदूषण पर दिल्ली-पंजाब आमने-सामने, पंजाब का सवाल दिल्ली पंजाब से ज्यादा प्रदूषित कैसे

पंजाब और दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे पर ठन गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसके लिए वे नासा से जारी तस्वीरों का सहारा ले रहे हैं। दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पर्यावरण मंत्री ओपी सोनी, कृषि सचिव काहन सिंह पन्नू और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेरयमैन मरवाहा भी जवाब में अपने तर्क पेश कर रहे हैं। सबका एक ही सवाल है कि अगर दिल्ली में पंजाब की वजह से से प्रदूषण हो रहा है, तो पंजाब में दिल्ली से कम प्रदूषण क्यों है। दिल्ली ज्यादा प्रदूषित क्यों हैं। कैप्टन ने तो केजरीवाल के आइआइटी ग्रेजुएट होने पर संदेह जता दिया और कहा कि केजरीवाल वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर बात करें।

इधर, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले पंजाब का प्रदूषण आधे से भी कम रह गया है। 29 अक्टूबर को पिछले साल के मुकाबले अमृतसर में 219, लुधियाना में 152 व मंडी गोबिंदगढ़ में 123 सस्पेंडिड पार्टीकुलेट मैटर (एसपीएम) की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। इसी दिन दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 355 एसपीएम रहा। इसके आने वाले दिनों में 400 का आंकड़ा छूने के आसार हैं। सोमवार को भी दिल्ली का एक्यूआई 426, जबकि जालंधर का 176 रहा।

पंजाब का तर्क

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि केजरीवाल पंजाब को दोषी ठहरा रहे हैं। उन्हें बताना चाहिए कि दिल्ली में दिसंबर से लेकर जनवरी तक हर बार एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 300 से ज्यादा क्यों रहता है, जबकि इस दौरान तो पड़ोसी राज्यों में पराली भी नहीं जलाई जाती। वेदर रिसर्च एंड फोरकास्टिंग मॉडल की हवा प्रदूषण के बारे ताजा रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर की हवा उत्तर-दक्षिण से पूर्व की ओर बदल चुकी हैं। इस कारण पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं का शायद ही कोई प्रभाव वहां पड़ता हो। पिछले माह की हवा की गति स्थिर है। यह दो किलोमीटर प्रति घंटा से भी कम रही। 3 नवंबर तक पराली जलाने के 25,394 मामले सामने आए हैं, जबकि पिछले साल इस तारीख तक 30832 घटनाएं हुई थीं।

पंजाब के पर्यावरण मंत्री ओपी सोनी भी कह चुके हैं कि मेहनती किसानों पर आरोप न मढ़ें। पूरे अक्टूबर में पंजाब का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) औसतन 170 से पार नहीं गया, दिल्ली की में पिछले महीने भी एक्यूआइ 350 था। पिछले दिनों हवा की गति 1.5 किलोमीटर प्रति घंटा रही और इसकी दिशा दक्षिण-पूर्व की तरफ से आकर उत्तर-पश्चिम की तरफ रही। ऐसे में पंजाब का प्रूदषण कैसे हरियाणा को पार करके पंजाब की हद से 250 किलोमीटर दूर दिल्ली तक पहुंच सकता है?

Back to top button