पाकिस्‍तानी एक सिर काटते हैं तो हमें तीन सिर काटने चाहिये : कैप्टन

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्‍तानी सैनिकों द्वारा शहीद परमजीत सिंह सहित भारत के दो जवानाें के सिर काटने को क्रूरता की हद करार दिया। उन्‍होंने कहा कि यदि पाकिस्‍तानी एक सिर काटते हैं ताे हमें बदले में तीन सिर काटने चाहिए। पाकिस्‍तान की इस तरह की हरकत पर भारत की प्रतिक्रिया स्पष्ट और साफ होनी चाहिए।

पाकिस्‍तानी एक सिर काटते हैं तो हमें तीन सिर काटने चाहिये : कैप्टन

पाकिस्‍तान को मा‍कूल जवाब दे भारत, नरम नीति त्‍यागनी पड़ेगी

स्वयं को ‘कठोर स्वभाव’ वाला और ‘एक सैनिक’ बताते हुए कैप्‍टन ने कहा, ‘हमें भद्र पुरुषों वाली सेना बनना बंद कर देना चाहिए। यदि वह (पाकिस्तान) हमारा एक सिर काटता है तो हमें उनके तीन सिर काटने चाहिए।’ उन्‍हाेंने कहा कि सीमापार देश विरोधी ताकतों के विरूद्ध कोई भी समझौता न करने वाली  नीति अपनाई जानी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने खालिस्तानी धमकियों को नकारते हुए कहा है कि वह किसी को भी राज्य की शांति भंग करने की आज्ञा नहीं देंगे।

बोले- खालिस्तानी धमकियों की परवाह नहीं, सज्जन विरूद्ध दोषों पर अडिग

जम्मू-कशमीर के पुंछ जिले में भारत-पाक सीमा पर दो भारतीय सैनिकों की बर्बरतापूर्ण हत्या करने और उनके सिर काटे जाने पर कैप्‍टन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्‍होंने कहा कि इसे कतई सहन नहीं किया जाना चाहिए आैर पा‍किस्‍तान को माकूल जवाब दिया जाए।

खुद को खालिस्तानियों द्वारा धमकियां दिए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यदि उनमें दम है तो उनको यहां आना और बोलना चाहिए न कि कहीं और बैठकर बेतुकी बयानबाजी से लोगों को गुमराह करना चाहिए। वह जोर-जोर से चिल्ला सकते हैं, इसकी कौन परवाह करता है।’

कैप्टन ने दोहराया कि कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन व अन्य कई कनाडाई सांसदों का खालिस्तानियों के प्रति झुकाव है और वह उन लोगों से हमदर्दी रखते हैं जो पंजाब की शांति को भंग करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसकी किसी भी कीमत पर आज्ञा नही दी जाएगी।

कैप्टन ने नायब सूबेदार परमजीत सिंह के तरनतारन जिले के पैतृक गांव में संस्कार में शामिल नहीं होने के संबंध में स्पष्ट किया कि पैर की चोट के कारण चलने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने कैबिनेट साथी और तीन पार्टी विधायकों की पीडि़त परिवार के पास जाकर दुख व्यक्त करने की ड्यूटी लगाई थी। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही शहीद के परिवार को मिलने जा रहे हैं।

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छत्तीसगढ़ और जम्मू-कश्मीर में हिंसा के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेवार न ठहराते हुए मुख्यमंत्री ने फुल टाइम रक्षा मंत्री की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत को विशेषतौर पर चीन के साथ अपनी रक्षा मज़बूत करनी चाहिए जो ज़मीन और समुद्र के रास्ते हमला कर रहा है। 

कैप्टन ने स्पष्ट किया कि वह पूरी तरह एक फौजी और फौज के इतिहासकारों के रूप में अपना पक्ष पेश कर रहे हैं। उन्हें विश्वास है कि देश में जंग जैसी स्थिति पैदा हो जाने कारण अनिवार्य तौर पर सभी सियासी पार्टियां अपनी पार्टी लाइन को छोड़ कर संयुक्त रूप में दुश्मन के विरूद्ध एकजुट हो जाएंगी।

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