बिहार में एनडीए मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के शपथ लेने के कुछ देर बाद राजद चीफ लालू यादव बीजेपी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि बीजेपी और नीतीश ने मिलकर उनके खिलाफ साजिश रची और उन्हें झूठे केस में फंसाया. लालू ने यहां तक कहा कि मोदी और अमित शाह के रिश्तेदारों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी.
रांची में सीबीआई कोर्ट में पेशी के लिए आए लालू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार पर मौका परस्त होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा बिहार की जनता ने हम दोनों को जनादेश दिया था लेकिन नीतीश ने उसका अनादर किया. उन्होंने कहा कि नीतीश के इस कदम से गांव-गांव के लोग नाराज हैं.
नीतीश कुमार पर लगे हत्या के आरोप का जिक्र करते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि नीतीश ने गोली मारी इसके सबूत हैं. भ्रष्टाचार के बड़ा अत्याचार होता है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने खुद अपने शपथ पत्र में जिक्र किया था कि वह 302 समेत कई अन्य धाराओं में आरोपी हैं. बताते चलें कि साल 1991 में नीतीश पर हत्या का आरोप लगा था.
ये तो भस्मासुर निकला
उन्होंने नीतीश कुमार को अवसरवादी और ढोंगी बताते हुए कहा कि वह कहते थे कि मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन बीजेपी से हाथ नहीं मिलाउंगा. लालू ने कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया था. उन्होंने कहा, “मैंने उनके माथे पर टीका लगाया और कहा जाओ शंकर भगवान की तरह राज करो. पर ये तो भस्मासुर निकला. मेरे दिल में कोई लालच नहीं था, नहीं तो मैं क्यों उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर नॉमिनेट करता.” अब बीजेपी के साथ मिलकर उन्होंने मुझे फंसाया है.
पूरी तरह फिक्स था मैच
लालू ने कहा कि कई मौकों पर नीतीश पीएम मोदी से मिले, उनके साथ लंच किया. दोनों के बीच जो कुछ भी हुआ वह पहले से फिक्स था.
लालू ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि यह दुखद है कि आज वह देश को जोड़ने के लिए मौजूद नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अमित शाह और मोदी के खानदान के गोड़से ने उनकी हत्या कर दी और नीतीश कुमार ने उन्हीं लोगों से हाथ मिला लिया. उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिन और नौकरी का झांसा दिया, ढोंग रचा.”
लालू यादव ने कहा, “मैं पिछले 15-20 सालों से कानूनी लड़ाई लड़ रहा हूं. मुझे जल्दबाजी में सजा दी गई. बीजेपी और नीतीश कुमार के बीच लंबे समय से साजिश चल रही थी.” लालू प्रसाद यादव ने कहा कि उनके पास बहुमत था लेकिन राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. लालू ने नीतीश कुमार पर विधायकों को नजरबंद रखने का भी आरोप लगाया है.