निर्भया कांड: पवन जल्लाद पहुँच गए तिहाड़ जेल, शुरू हुआ फांसी का ट्रायल

निर्भया केस के दोषियों की फांसी पर पूरे देश में चल रही चर्चा के बीच पवन जल्लाद दिल्ली के तिहाड़ जेल में पहुंच चुके हैं. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को तिहाड़ जेल में पवन जल्लाद द्वारा डमी फांसी  परीक्षण किया जाएगा.

दरअसल, दिल्ली में स्थित तिहाड़ जेल का प्रशासन फांसी की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है. दोष‍ियों को फांसी चढ़ाने के लिए पवन जल्लाद गुरुवार को ही तिहाड़ जेल पहुंच गए हैं. तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक, पवन जल्लाद ने तिहाड़ जेल में रिपोर्ट की है और शुक्रवार को ही डमी परीक्षण किया जाएगा.

फांसी की प्रक्रि‍या के बारे में जब पवन जल्लाद से एक बार क्राइम तक की टीम ने पूछा था क‍ि उनके ठहरने के स्थान से फांसी घर तक क‍ितने बजे ले जाया जाता है. तो उन्होंने बताया था कि जो समय तय होता है, उससे 15 म‍िनट पहले फांसी घर के ल‍िए चल देते हैं. हम उस समय तक तैयार रहते हैं. फांसी की तैयारी करने में भी एक से डेढ़ घंटा लगता है.

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पवन ने यह भी बताया था कि फांसी घर लाने से पहले कैदी के हाथ में हथकड़ी डाल दी जाती है, नहीं तो हाथों को पीछे कर रस्सी से बांध द‍िया जाता है. दो स‍िपाही उसे पकड़कर लाते हैं. बैरक से फांसी घर की दूरी के आधार पर फांसी के तय समय से पहले उसे लाना शुरू कर देते हैं. बैरक से फांसी घर तक लाने में करीब 15 म‍िनट लगते हैं.

इधर निर्भया के दोषी फांसी की सजा को टालने के लिए हरसंभव कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं. दोषी विनय ने फांसी पर रोक लगाने की मांग की है. पटियाला हाउस कोर्ट में गुरुवार को विनय की ओर से दाखिल याचिका में राष्ट्रपति के पास दया याचिका लंबित होने के आधार पर फांसी पर रोक लगाने की अपील की गई है.

पवन की याचिका पर सुनवाई शुरू है. सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने कहा कि विनय ने दया याचिका लगाई है, इसलिए हमें याचिका के निपटारे तक इंतजार करना होगा, लेकिन बाकी तीनों को फांसी पर 1 फरवरी को लटकाने में किसी नियम का उल्लंघन नहीं होगा.

अलग-अलग नहीं दी जाएगी फांसी? 

वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा कि इस मामले में फांसी अलग-अलग नहीं दी जा सकती है. नियम के हिसाब से भी किसी भी एक मामले में दोषियों को अलग-अलग फांसी नहीं दी सकती, जब तक कि सभी दोषियों की सभी याचिकाओं का निपटारा न हो जाए.

वकील वृंदा ग्रोवर ने 1981 के एक मामले का जिक्र किया, जिसमें 3 लोगों को फांसी की सजा दी गई थी. इस मामले में 2 लोगों ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका लगाई और उनको राष्ट्रपति ने माफ कर दिया था, लेकिन एक दोषी ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका नहीं लगाई और उसे फांसी दे दी गई. एक ही मामले में एक को फांसी हुई. इसलिए उसके बाद से सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया किसी एक मामले में फांसी सभी दोषियों को एक साथ दी जाएगी.

दोषी विनय ने बुधवार को यह दया याचिका लगाई थी. कोर्ट में सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल की तरफ से यह बताया गया कि विनय ने दया याचिका दाखिल की है और उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है. कोर्ट ने विनय की दया याचिका पर तिहाड़ प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है.

इससे पहले निर्भया के चारों दोषियों को फांसी की सजा देने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट दो बार डेथ वारंट जारी कर चुका है. पहले डेथ वारंट को भी दोषियों की कुछ अर्जियों का निपटारा नहीं होने के चलते कोर्ट को स्थगित करना पड़ा था और नया वारंट 1 फरवरी के लिए जारी किया गया है. विनय की यह याचिका दूसरी बार डेथ वारंट को स्थगित करने के लिए लगाई गई है.

 

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