बड़ी खबर: नकली नोट कारोबार में शामिल हैं ममता बनर्जी के नजदीकी
नई दिल्ली: नोटबंदी के विषय में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मोदी सरकार पर हमले को लेकर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता इन दिनों इसलिए परेशान हैं, क्योंकि उनके खास लोगों का नकली नोटों का कारोबार विमुद्रीकरण के कदम से ठप हो गया है।
विजयवर्गीय ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 70 प्रतिशत जाली नोट पश्चिम बंगाल के रास्ते देश में आते हैं। मेरा सीधा आरोप है कि पश्चिम बंगाल में नकली नोट का व्यवसाय करने वाले लोग तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हैं। नोटबंदी के कारण इन लोगों की दुकानें बंद हो गई हैं जिससे ममता परेशान हैं।
पश्चिम बंगाल के प्रभारी भाजपा महासचिव ने हालांकि अपने इस आरोप के समर्थन में नकली नोट के किसी भी कारोबारी के नाम का खुलासा करना मुनासिब नहीं समझा। पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में टोल प्लाजाओं पर फौजियों की हालिया मौजूदगी को लेकर ममता के आरोपों की निंदा करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री का अहम संवैधानिक पद संभालने के बावजूद ममता सेना के खिलाफ गैर-जिम्मेदारी भरी बयानबाजी कर रही हैं।
उन्होंने कहा द्घद्म सेना के अफसरों ने पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों से समन्वय के बाद ही राज्य में नियमित अभ्यास किया था। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सूबे की मुख्यमंत्री ने इस अभ्यास का भी राजनीतिकरण कर दिया। आने वाले वक्त में पश्चिम बंगाल की जनता ही ममता को उचित जवाब देगी। भाजपा महासचिव ने यह भी कहा कि सेना पर आरोप लगाना देशद्रोह के अपराध के बराबर है।