देश-विदेश से पधारे छात्रों ने किया गणितीय प्रतिभा का जोरदार प्रदर्शन

इण्टरनेशनल यंग मैथमेटिशियन कन्वेन्शन ‘आई.वाई.एम.सी.-2018’ का दूसरा दिन

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय युवा गणितज्ञ सम्मेलन ‘आई.वाई.एम.सी.-2018’ के दूसरे दिन विभिन्न देशों से पधारे बाल गणितज्ञों ने सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में अपनी गणितीय प्रतिभा का जबरदस्त प्रदर्शन किया। आज की प्रतियोगिताओं में बाल गणितज्ञों ने जहाँ एक ओर व्यक्तिगत व टीम स्पर्धाओं के अलावा गणित क्विज में अपने गणित ज्ञान का प्रदर्शन किया तो वहीं दूसरी ओर प्रख्यात विद्वानों से गणित के गुर भी सीखे। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 16 देशों बांग्लादेश, ब्राजील, भूटान, इण्डोनेशिया, नेपाल, फिलीपीन्स, रूस, ताईवान, थाईलैण्ड, यू.ए.ई., अमेरिका, ईरान, श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, वियतनाम एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों के लगभग 700 बाल गणितज्ञ गणित की विभिन्न विधाओं में अपने ज्ञान का प्रदर्शन कर रहे हैं।

आई.वाई.एम.सी.-2018 के दूसरे दिन का शुभारम्भ प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी के सारगर्भित अभिभाषण से हुआ। देश-विदेश के बाल गणितज्ञों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटे बाल गणितज्ञ गणित के विविध अनुप्रयोगों के माध्यम से अपने मन-मस्तिष्क को प्रखर करने में संलग्न है किन्तु इसकी सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब हम अपने ज्ञान का सही उपयोग करें व अपनी ऊर्जा को समाज की भलाई में लगायें। फिलीपीन्स से पधारे विश्वविख्यात गणित विशेषज्ञ डा. साइमन एल चुआ, प्रेसीडेन्ट, मैथेमेटिक्स ट्रेनर्स गिल्ड ने कहा कि गणित के अध्यापक को छात्रों के लिए एक मित्र की तरह पेश आना चाहिए। अमेरिका से पधारे श्री मार्क सॉल ने प्रतिभागी छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा गणित अंको के बारे में नहीं बल्कि समस्याओं के समाधान के बारे में एक विज्ञान है। ताईवान से पधारे प्रो. वेन सीन सन का कहना था कि यहाँ पर कई देशों की संस्कृतियों का संगम मौजूद है और सबसे अच्छी बात यह है कि ये बाल गणितज्ञ विश्व एकता व विश्व शान्ति हेतु तत्पर हैं।

प्रातःकालीन सत्र में गणित की व्यक्तिगत और टीम प्रतियोगितायें आयोजित की गई। व्यक्तिगत प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों ने गणित की विभिन्न शाखाओं के पूछे गये करीब 8 प्रश्नों के उत्तर लिखे। इसके लिए उन्हें एक घन्टे का समय दिया गया। टीम एक्टिविटी कान्टेस्ट में भी देश-विदेश की प्रतिभागी छात्र टीमों ने जमकर हिस्सा लिया एवं गणित ज्ञान का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों को प्रश्न मिलने के बाद ग्रुप डिस्कशन के उपरान्त सवालों का हल निकाला। इस रोचक प्रतियोगिता में प्रतिभाग हेत छात्र टीमों का उत्साह देखने लायक था। इसके अलावा, अपरान्हः सत्र में बिंगो (मैथमेटिक क्विज) का लिखित राउण्ड आयोजित किया गया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से फाइनल राउण्ड हेतु प्रतिभागी टीमों का चयन किया गया।

सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिताओं के अलावा आज देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों एवं टीम लीडरों के लिए ‘साँस्कृतिक संध्या’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डा. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह, डायरेक्टर, बेसिक एजूकेशन, उ.प्र., ने बतौर मुख्य अतिथि पधारकर ‘सांस्कृतिक संध्या’ का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने अपने-अपने देशों के लोकनृत्यों की मनोहारी प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्री शर्मा ने बताया कि इस सम्मेलन में प्रतियोगिताओं का दौर कल भी जारी रहेगा। आई.वाई.एम.सी.-2018 के तीसरे दिन कल 4 दिसम्बर को क्विज प्रतियोगिता का फाइनल राउण्ड, रिले राउण्ड एवं मैथमेटिकल ड्रामा (मॉडस ओपेरा) प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेंगी।

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