तलाक के 2 साल बाद प्रेग्नेंट हुई औरत, पूछने पर बताई रात को जब मेरी…

हम सोशल मीडिया ओर न्यूज़ के मध्यम से रोज़ाना बहुत सारी खबरे सुने है. इनमे से कुछ खबरे ऐसी होती है जिसे जानकर काफी हैरानी होती है

ओर कभी कभी तो इनपर यकीन करना काफी मुश्किल हो जाता है. इस तरह की घटनाओ के बारे में सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है. आज कल सोशल मिडिया भी ऐसी खबरों को लेकर खासा सक्रिय रहता है.

इंटरनेट के इस युग में सोशल मीडिया इतना जयदा एक्टिव हो गया है की इस तरह की कोई भी घटना किसी से छिपी नहीं रहती है. जब से सोशल मिडिया ने जन्म लिया है तबसे इस तरह की खबरे ज़्यादा आना शुरू हो गयी है.

2 साल से अपने पति से अलग रह रही विवाहिता का किसी और युवक से अवैध सम्बन्ध बनने के बाद उससे गर्भवती होने पर इस विवाहित प्रेमी जोड़े ने यह प्लान बनाया की यदि लड़का हुआ तो रखेंगे और अगर लड़की हुई तो फेंक देंगे..

इसीलिए 1 नवम्बर को जब बेटी ने जन्म लिया तो वे दोनों उसे नाली में फेंक आये. उसके बाद उस बेचारी नवजात बच्ची की मौत हो गयी.

इसके बाद जब पुलिस को सुचना प्राप्त हुई तो उसने पहले अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया लेकिन बाद में पुलिस ने सक्रियता दिखाई और उन दोनों को हिरासत में ले लिया और दोनों को जेल भेज दिया.

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उन दोनों से पूछताछ में में लड़की द्वारा बताया गया की पति-पत्नी में अक्सर झगड़ा रहने के कारण पिछले दो सालो से महिला अपने गांव माहला कला में रह रही थी.

पंचायती समझौते के बाद महिला और पति दोनों अलग रह रहे थे. पुलिस के अनुसार पिछले १.५ साल पहले मोबाइल फोन के ज़रिये अमनदीप कौर और जतिंदर के बीच संपर्क स्थापित हुआ.

जतिंदर जो लाड़ी के नाम से मशहूर है और लांडे गाँव का निवासी है के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया. जल्द ही दोनों मिलने लगे और दोनों में अवैध सम्बन्ध स्थापित हो गए.

इसी दौरान अमनदीप के पेट में उसके प्रेमी का बच्चा पलने लगा, जबकि जतिंदर शादी शुदा होने के साथ साथ एक बच्चे का पिता भी है.

इसी बीच जब अमनदीप ने अपने गर्भवती होने की जानकारी दी तो दोनों ने इस बात का फैसला किया की अगर लड़का होगा तो रख लेंगे और अगर लड़की होगी तो कही फ़ेंक आएंगे किसी को क्या पता चलेगा.

इसी बात को लेकर दोनों ने उस बच्ची को फेकने का निर्णय कर के उसे १ नवम्बर को नाली में फ़ेंक आये, मगर पुलिस की मुस्तैहदी के कारण दोनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं.

यह बात तो हम सब जानते है की गर्भ में किसी को मारना सिर्फ एक नन्हे से जान की नहीं बल्कि पुरे इंसानियत का खून करने के बराबर है. क्या उनके दिलो में थोड़ी सी भी दया नहीं थी जो उन्हें इस कदम को उठाने में ज़रा भी तकलीफ नहीं हुई,

आखिर किस तरह की मानसिकता वाले होते हैं ये लोग जो इस तरह की हरकत करने से नहीं चूकते और नवजात को मारने की चेष्टा कर बैठते है. हमारे सभ्य समाज के लिए यह घटना एक कलंकित करने वाली घटना है.

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