जानिए, नवरात्र में घर के दरवाज़े पर तोरण क्यों लगाया जाता है…
इस वर्ष के शारदीय नवरात्र बुधवार यानि 10 अक्टूबर 2018 से शुरू हो चुके हैं। नवरात्र के पूरे नौ दिन देवी दुर्गा के नौ विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दौरान मां अपने भक्तों के घर विराजमान होती हैं और उन पर अपनी कृपा करती हैं ताकि भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हों। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार अगर इन दिनों में कुछ उपाय किए जाएं तो माता रानी बेहद प्रसन्न होती हैं और घर में से तमाम वास्तु दोषों का सफ़ाया कर देती हैं। आइए जानते हैं वास्तु के ये स्पेशल उपाय-
घर के मुख्य दरवाजे पर बनाएं ये
ज्योतिष और वास्तु के अनुसार नवरात्र के समय घर के मेन गेट पर स्वास्तिक का चिन्ह यानि निशान बनाने से वास्तुदोष खत्म होता है। इसके अलावा भगवान गणेश जी का चित्र भी लगाया जा सकता है, क्योंकि हिदू धर्म में इन्हें प्रथम पूज्य का दर्जा प्राप्त है इसलिए नवरात्र में इनकी पूजा करना और इनका चित्र लगाना अच्छा माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में आने वाली हर तरह की नकारात्मक चीजें दूर होती हैं।
आम और अशोक के पत्ते की माला
नवरात्रि में घर से नकारात्मकता दूर करने के लिए मुख्य दरवाज़े पर आम और आशोक पेड़ के पत्तों की माला बनाकर टांग दें। इससे ढेरों फायदे मिलेते हैं।
कुछ घरों में देखनो को मिलता है कि प्रवेश द्वार पर लक्ष्मी जी के पैर के निशान बने होते हैं। आपको बता दें कि ऐसा इसलिए बनाया जाता है कि ताकि घर में सुख और शांति बनी रहे। तो लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए नवरात्रि में ये निशान ज़रूर बनाएं।