चर्चित कार्यक्रम सत्यमेव जयते में हिट, दिल्ली में पकड़ा गया लव कमांडो

प्रेम विवाह करने वाले जोड़ों और शादी के इच्छुक जोड़ों से वसूली कर उन्हें बंधक बनाने के आरोप में पुलिस ने दिल्ली की चर्चित एनजीओ लव कमांडो के चेयरमैन संजोय सचदेव को गिरफ्तार कर लिया है. उसने कई जोड़ों को शेल्टर होम में बंधक बना रखा था. जिन्हें पुलिस और दिल्ली महिला आयोग की टीम ने वहां छापा मारकर छुड़ाया. गिरफ्त में आया आरोपी संजोय सचदेव आमिर खान के चर्चित कार्यक्रम सत्यमेव जयते में भी आया था.

संजोय सचदेव की पोल तब खुली जब एक पीड़िता ने खुद पुलिस को आपबीती सुनाई. हुआ यूं कि महिला आयोग ने कुछ माह पहले एक लव कमांडो एनजीओ में एक प्रेमी जोड़े को रहने के लिए भेजा था. उन दोनों ने एक साल पहले शादी का फैसला किया था. लेकिन घर वाले राजी नहीं थे. लिहाजा दोनों ने घर से भागकर शादी का प्लान बनाया. उसके बाद लव कमांडो एनजीओ में जाकर शरण लेने की योजना बनाई.

युवक-युवती बीती 20 दिसंबर को दिल्ली पहुंचे और फोन पर लव कमांडो के संचालक संजोय सचदेव से फोन पर बातचीत की. उसने उन दोनों को अपने आईडी प्रूफ आदि के साथ शाम को मिलने बुलाया. दोनों लव कमांडो शेल्टर होम, 2860, प्रथम तल, गली नंबर 5, चूना मंडी, पहाड़गंज, दिल्ली जा पहुंचे. वहां संजोय ने दोनों के फोन बंद करा दिए और शादी कराने के नाम पर उनसे पैसों की मांग की.

दोनों ने संजोय को बताया कि उनके पास करीब 55 हजार रुपये हैं. संजोय ने उनसे प्रोटेक्शन के नाम पर करीब 50 हजार रुपये मांग लिए. फिर संजोय ने अपने दो आदमी उनके साथ भेजे. वहां प्रेमी जोड़े ने एक एटीएम से 40 हजार रुपये निकालकर संजोय को दे दिए. वो पैसे उस सोनू नामक शख्स ने आकर संजोए को दिए. उसके बाद इन दोनों को वहां बंधक बना लिया गया. उनके दस्तावेज भी अपने पास रख लिए.

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लेकिन जब आयोग और पुलिस ने वहां जाकर लड़की से बात की तो पूरा मामला खुल गया. पुलिस को पता चला कि वहां उनके अलावा भी तीन जोड़े और बंधक बनाए गए थे. चारों युगलों को पुलिस ने वहां से मुक्त कराया और आरोपी संजोए को गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ हर्ष मल्होत्रा, सोनू, राजेश और गोविंदा नामक कर्मचारी भी आरोपी बनाए गए हैं. मुक्त कराए गए चारों जोड़ों को पुलिस ने अपने सरंक्षण में सुरक्षित स्थान पर भेजा है. अब पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.

वहां से मुक्त कराए गए जोड़ों ने खुलासा किया कि आए दिन उनके साथ मारपीट की जाती थी. उन्हें बासी खाना दिया जाता था. संजोय और उसका स्टाफ उन लोगों से अपने हाथ-पांव दबवाता था. यहां तक कि उनसे मालिश भी कराई जाती थी. सबसे बड़ी हैरान की बात है कि उस शेल्टर होम में कोई महिला कर्मचारी नहीं है. शेल्टर होम में केवल दो कमरे हैं. जिसमें से लड़कियों के कमरे का एक दरवाजा संजोए के ऑफिस में खुलता था.

पीड़िता ने बताया कि उनके पति से सारा काम कराया जाता था. थक जाने पर उनके साथ गाली-गलौच भी की जाती थी. मारपीट आम बात थी. विरोध करने पर उनके ऊपर कुत्ते छोड़ दिए जाते थे. शाम होते ही संजोए और उसका स्टाफ शराब पीता था. वहा रहने वाले जोड़ों को भी शराब पीने के लिए विवश किया जाता था. पुलिस अब पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई है. इस मामले में आगे और भी खुलासे हो सकते हैं.

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