तो इसलिए चंद्रयान-2 को लेकर नासा के ट्वीट पर भड़के भारतीय, जानें पूरा मामला…

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का दूसरा मून मिशन चंद्रयान-2 सोमवार को सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया. इसरो की सफलता पर हर तरफ से बधाई संदेश आए लेकिन नासा के एक ट्वीट ने भारतीयों को नाराज कर दिया.
दरअसल, नासा ने इसरो को चंद्रयान की सफलता पर बधाई देते हुए लिखा था, “इसरो को चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग पर बधाई, हमें गर्व है कि आपके मिशन में हमारे डीप स्पेस नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया. हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में आपकी जानकारी के लिए उत्सुक हैं क्योंकि आने वाले सालों में हम आर्टेमिस मिशन पर अपने अंतरिक्षयात्री भेजने वाले हैं.”
हालांकि, नासा के इस ट्वीट में भारतीयों को घमंड नजर आया और वे इसके बारे में बातें करने लगे.
अनिल शर्मा नाम के यूजर ने लिखा, ओह, हमारा डीप स्पेस नेटवर्क, नासा इस बात को इस तरह के कहने की कोशिश कर रहा है जैसे किसी स्टूडेंट ने हमारी स्टेशनरी का इस्तेमाल करके टॉप कर लिया हो.
श्रीजन नाम के एक ट्वीट यूजर ने लिखा, नासा जब सफल होता हैं तो अपनी सफलता के बारे में बात करता है और जब दूसरे सफल होते हैं तो भी अपनी क्षमता के बारे में शेखी बघारता है.
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मुनमुन दास ने लिखा, नासा के ट्वीट में घमंड साफ महसूस हो रहा है. हम किसी भी समय इस गुरूर को तोड़ सकते हैं. आप ये मत भूलिए कि आपके ज्यादातर वैज्ञानिक या तो भारतीय हैं या भारतीय मूल के, आपके पास पैसा है..हमारे पास दिमाग. भारत ने तो अभी शुरुआत भर की है.
एक यूजर ने लिखा, आप भी अपने सेटेलाइट लॉन्चिंग में रूसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं.
वैभव नाम के यूजर ने लिखा, अमेरिकी किसी की सराहना क्यों नहीं कर पाते हैं? उन्हें हमेशा क्यों दिखाना पड़ता है कि हर चीज में अमेरिका की मौजूदगी है.
कुछ लोगों ने एक पुराने कार्टून को शेयर कर लिखा, आपने कभी भी हमारे लिए वह दरवाजा नहीं खोला.
वहीं, कुछ यूजर्स ने मजाकिया रिप्लाई भी किए.
आखिरकार भारतीयों की आलोचना देखकर नासा को अपने ट्वीट पर सफाई देनी पड़ गई. नासा ने एक भारतीय को जवाब देते हुए लिखा, हम दुनिया भर के खोज अभियानों में अपनी मदद देने के लिए गर्व महसूस करते हैं. वैश्विक सहयोग ही हमारे दर्शन का मूल सिद्धांत है. ब्रह्माण्ड में हमारे स्थान से जुडे़ अनसुलझे सवालों का जवाब देकर मानवीय समझ बढ़ाने के लिए इस तरह का सहयोग जरूरी है.





