गुटखा सिगरेट या तंबाकू खाने वाले एक बार जरुर पढ़े ले ये खबर, जानें कैसे बर्बाद होता इससे आपका शरीर

दुनिया में भारत एक ऐसा देश है जहाँ के लोगो में कैन्सर होने का खतरा ज्यादा होता है गुटखे में तंबाकू, कत्था, सुपारी, चूने के साथ और कई नशीले पदार्थों को मिलाया जाता है,  ये नशीले पदार्थों  हमारे शरीर के एंजाइमों पर बुरा प्रभाव डालते हैं। हमारे शरीर के हर अंग में पाए जाने वाले साइप-450 नामक एंजाइम की कार्यक्षमता पर इसका बुरा असर पड़ता है।

रिसर्च में पता चला है। की ये एंजाइम हार्मोंस के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा गुटखा हमारे शरीर में टॉक्सिन बनने की प्रक्रिया में बाधा पहुंचाता है। जो हार्मोन टॉक्सीन बनाते हैं, यह उनको नुकसान पहुंचाता है। यह प्रयोग जानवरो पर किया गया है।

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पीजीआई चंडीगढ़ के डिपार्टमेंट ऑफ बायोफिजिक्स के मुख्य अनुसंधानकर्ता डॉ. कृष्ण एल. खंडूजा ने बताया की गुटखे का सेवन से आदमी और जानवर दोनों पर ही विपरीत प्रभाव पड़ता है। इस अध्ययन के कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं। जिनसे हमे यह पता चला है कि धुआंरहित तंबाकू से न केवल मुंह और दांत संबंधी समस्याएं होती हैं, बल्कि शरीर के कई अंगों जैसे फेफड़ों, लीवर, सेक्स और किडनी पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। इनके सेवन का बुरा प्रभाव पुरे शरीर पर पड़ता है।

तंबाकू में कई प्रकार के रसायन होते हैं, जो हमारे रक्त में मिलकर पूरे शरीर पुरे शरीर पर असर करते हैं। इससे पहले वैज्ञानिकों के पास धुआंरहित तंबाकू का शरीर के अन्य अंगों पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों के विषय में ज्यादा ज्ञान नहीं था। इसी बात की जाँच करने के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने प्रयोगशाला में  और धुआंरहित तंबाकू यानी गुटखे के एंजाइम्स और जेनेटिक्स पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को चूहों के शरीर पर प्रयोग किया गया है।

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