गांजा पिलाकर 13 साल की बच्ची से ऑटो ड्राइवर करता रहा रेप, और फिर…
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां कुछ दरिंदे कई माह तक एक नाबालिग लड़की को नशा देकर उसके साथ बलात्कार करते रहे. अभय कुमार नामक एक ऑटो चालक ने लड़की को दोस्ती के जाल में फंसा कर इस हाल में पहुंचा दिया. नशे की लत का शिकार बनी उस नाबालिग लड़की की अस्मत हर दिन लुटती रही. किसी को उस पर रहम नहीं आया. पुलिस अब मामले की छानबीन कर रही है. आरोपी फरार हैं.
वो 13 साल की लड़की है. जिसे नशे की लत लगाई गई और फिर एक बार नहीं बल्कि सैंकडो बार उसकी इज्जत को तार-तार किया गया. भोपाल पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पहले खुद पीड़िता के साथ रेप किया और बाद में उसे अन्य ऑटो चालकों के हवाले कर दिया. उन दरिदों ने भी बच्ची के साथ रेप किया. इस पूरे मामले में अभय नाम के एक शख्स को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है.
पुलिस के मुताबिक वह लड़की अपनी नानी के यहां निशतपुरा क्षेत्र में रहती थी, लेकिन किसी विवाद के बाद वो घर छोड़कर जा रही थी. जब वो हनुमानगंज पुलिस थाने अंतर्गत बस स्टैंड पहुंची. वहां उसकी मुलाकात अभय नाम के ऑटो ड्राइवर से हुई. उसने नाबालिग लड़की के साथ पहले तो दोस्ती की, फिर उसे गांजा पिला दिया. इसके बाद आरोपी अभय, लड़की को सुनसान जगह पर ले गया और उसके साथ रेप किया.
आरोपी युवक, नाबालिग लड़की को दूसरे ऑटो चालकों के जरिए गांजा भिजवाता था. वो भी उसके साथ मौका पाकर रेप करते रहे. पुलिस के मुताबिक लड़की नशे की आदी हो गई थी. जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने न केवल खुद उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया, बल्कि अन्य लोगों ने नाबालिग लड़की के साथ रेप किया. पिछले छह महीनों में कई लोग उसके साथ बारी-बारी से रेप करते रहे.
लड़की अपने परिवार तक तो पहुंच गई. लेकिन जब परिवारवालों ने नशा न मिलने की हालत में पीड़िता के स्वभाव में काफी गुस्सा देखा तो उन्होंने जिला चाइल्डलाइन से संपर्क किया. चाइल्डलाइन, पीड़िता को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई. इस दौरान पीड़ित लड़की ने सारी कहानी बताई और मुख्य आरोपी माने जा रहे अभय की भी पहचान की.
जिसके बाद इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने अभय और अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 376 के तहत रेप का मामला दर्ज किया है. इसके अलावा पॉक्सो एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया गया है. बता दें कि इस एक्ट के तहत नाबालिग बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध और छेड़छाड़ के मामलों में कार्रवाई की जाती है.
फिलहाल, पुलिस किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. वो सभी आरोपियों की पहचान और छानबीन कर रही है. एफआईआर पहले निशतपुरा पुलिस थाने में दर्ज की गई थी जिसे बाद में हनुमानगंज पुलिस स्टेशन भेजा गया. जिला चाइल्डलाइन विभाग ने इस मामले में चाइल्ड अस्पताल पर मेडिकल जांच में देरी करने का आरोप भी लगाया है.