खुलासा.. तो इस वजह से गैंगस्टर मिंटू ने हिन्दू नेता को मारी थी 15 गोलियां

ये तो सब जानते है कि एक दो महीने पहले अमृतसर शहर में एक हिन्दू नेता की बड़ी बेरहमी से गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि नेता जी को सड़क पर दिनदिहाड़े करीब पंद्रह गोलिया मारी गई थी. वही नेता जी को गोली मारने वाला दोषी अब पकड़ा गया है और उसे लेकर जो खुलासा हुआ है, वो वाकई बेहद चौंकाने वाला है. गौरतलब है कि तीस अक्टूबर की दोपहर को गैंगस्टर सारज सिंह उर्फ़ मिंटू और गैंगस्टर शुभम ने अपने साथियो यानि कि धर्मेंद्र गोली जो तरनतारन का रहने वाला है और अमृतसर के रहने वाले बन्नी के साथ मिल कर इस पूरी घटना को अंजाम दिया था.

खुलासा.. तो इस वजह से गैंगस्टर मिंटू ने हिन्दू नेता को मारी थी 15 गोलियांबता दे कि गोलिया चलाने का काम शुभम और मिंटू ने किया था, जब कि उनके साथी आगे रोड पर बाइक लेकर खड़े हो गए थे. अब इसमें कोई शक नहीं कि हिन्दू नेता विपिन शर्मा का क़त्ल किसी आंतकी हमले की वजह से नहीं बल्कि ये गैंगस्टरों की सोची समझी साजिश थी. फ़िलहाल इस केस की पूरी रिपोर्ट डीजीपी सुरेश अरोड़ा को दे दी गई है. वही अगर गैंगस्टर शुभम की बात करे तो उसकी अपने घर के पास रहने वाले एक दूसरे आरोपी सिमरनजीत सिंह यानि बबलू से बड़ी दुश्मनी थी. इसी दुश्मनी के चलते शुभम कई बार बबलू पर हमला कर चुका था.

इसके इलावा पच्चीस जुलाई 2016 को शुभम ने बबलू के पिता सुखदेव सिंह के अहाते पर भी हमला किया था. बता दे कि गोली लगने से सुखदेव सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी. ऐसे में शुभम मौके पर ही फरार हो गया था. हालांकि अक्टूबर 2016 में पुलिस ने शुभम को दोबारा पकड़ लिया था. इसके बाद उसे कपूरथला जेल भेज दिया गया था. वही बबलू भी शुभम से अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए उसे ढूंढ रहा था. मगर शुभम के जेल में होने के कारण वह नाकाम रहा. इसके बाद सितम्बर 2017 में शुभम को कपूरथला की जेल से पेशी के लिए अमृतसर ले जाया जा रहा था और उसी समय गैंगस्टर मिंटू वहां अपने साथियो के साथ पहुँच गया.

बता दे कि मिंटू ने अपने साथियो के साथ मिल कर न केवल बस रुकवाई, बल्कि एएसआई को गोली मार कर उसकी हत्या भी कर दी और फिर शुभम को छुड़ा कर ले गया. इतना ही नहीं इसके बाद बबलू ने शुभम के पिता की भी गोलिया मार कर हत्या कर दी. ऐसे में अब शुभम भी अपने पिता की मौत का बदला लेना चाहता था. दरअसल शुभम को इस बात का शक था कि विपन शर्मा ने ही उसके पिता को मरवाया है. गौरतलब है कि जब शुभम ने बबलू के पिता का क़त्ल किया था, तब विपन शर्मा ने ही उसके छोटे भाई का नाम भी एफआईआर में दर्ज करवा दिया था. ऐसे में शुभम को इस बात पर गुस्सा आ रहा था, कि बेकसूर होते हुए भी उसके भाई का नाम क्यों लिखा जा रहा है.

खुलासा.. तो इस वजह से गैंगस्टर मिंटू ने हिन्दू नेता को मारी थी 15 गोलियांअब बबलू को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन शुभम विपन शर्मा को मारने का मौका ढूंढ रहा था. यही वजह है कि तीस सितम्बर को मौका मिलते ही शुभम ने अपने साथियो और मिंटू के साथ मिल कर विपन शर्मा का क़त्ल कर दिया. दरअसल बात ये है कि बबलू हिन्दू नेता विपन शर्मा के लिए ही काम करता था. जी हां इसके इलावा विपन शर्मा जिन लोगो को पैसे उधार देता था, उनसे वसूली करने का काम बबलू ही करता था. यानि बबलू विपन शर्मा के सभी कामो को अंजाम देता था.

अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो नेता जी को मारने में सबसे बड़ा हाथ मिंटू का नहीं बल्कि गैंगस्टर शुभम का है.

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