ओवैसी की पार्टी को 2.7 फीसदी वोट और 7 विधायक BJP को 7 फीसदी वोट और 1 विधायक, जानें ऐसा क्यों?

तेलंगाना विधानसभा चुनाव में अगर वोट फीसदी पर नजर डालें तो AIMIM की सफलता अविश्वसनीय है. पार्टी को केवल 2.7 फीसदी वोट मिले, लेकिन 8 में से 7 प्रत्याशी चुनाव जीत गए. इसकी तुलना में बीजेपी को 7 फीसदी वोट मिले, लेकिन केवल एक प्रत्याशी को जीत मिल पाई. TRS को 46.9 फीसदी वोट मिले और पार्टी ने 119 सदस्यीय विधानसभा में 88 सीटें जीती. चंद्रशेखर राव की पार्टी को 97 लाख मतदाताओं ने मतदान किया.

कांग्रेस के नेतृत्व में चार पार्टियों के गठबंधन पीपुल्स फ्रंट को 32.8 फीसदी वोट यानी 67.95 लाख वोट मिले. पार्टी ने 21 सीटों पर जीत दर्ज की. कांग्रेस पार्टी ने अकेले 19 सीटें जीती और उसका वोट प्रतिशत 28.4 फीसदी (58.83 लाख वोट) रहा. तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने दो सीटें जीती और उसका वोट प्रतिशत 3.5 फीसदी (7.25 लाख वोट) रहा. कांग्रेस 94 सीटों पर और तेदेपा 13 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) को 0.4 फीसदी और सीपीआई को सिर्फ 0.5 फीसदी वोट मिले. 

बहुजन समाज पार्टी (BSP) को 2.1 फीसदी वोट, बहुजन वाम मोर्चे को 0.7 फीसदी, फॉरवर्ड ब्लॉक को 0.8 फीसदी, माकपा को 0.4 फीसदी और निर्दलियों को 3.3 फीसदी वोट मिले. फॉरवर्ड ब्लॉक एक सीट जीतने में कामयाब रहा जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की.  निर्वाचन आयोग के मुताबिक, 1.1 फीसदी मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया. राज्य में 2.8 करोड़ मतदाताओं में से 73.2 फीसदी मतदाताओं ने सात दिसंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. 

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बता दें, हैदराबाद ओल्ड सिटी में AIMIM ने दबदबा कायम रखते हुए 7 सीटों पर जीत दर्ज की है. AIMIM ने 8 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे. अकबरुद्दीन ओवैसी चंद्रयानगुट्टा सीट से लगातार पांचवी बार चुनाव जीते हैं. उन्होंने बीजेपी के सैयद शहजादी को 80 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. उनके अलावा चारमीनार सीट से मुमताज अहमद खान, याकुतपुरा सीट से अहमद पाशा कादरी, नामपल्ली से जाफर हुसैन, मलकपेट से अहमद बिन अब्दुल्लाब बलाला, बहादुरपुरा से आजम खान और कारवां सीट से कौसर मोहिउद्दीन चुनाव जीते हैं. ये सभी सीटें ओल्ड हैदराबाद सिटी के अंतर्गत आती हैं.

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